लोकसभा चुनाव की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं, भारतीय चुनाव आयोग (ECI) ने आज दोपहर 3 बजे लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार की अगुवाई में चुनाव आयोग ने तारीखों की घोषणा कर दी है. चुनाव आयोग की तारीखों के ऐलान से लेकर चुनाव होने तक पूरे देश में आचार संहिता भी लागू हो जाएगी. nपहली बार J&K में वोट nपहला चरण जहां 19 अप्रैल से शुरू होगा तो एक जून को अंतिम चरण के साथ चुनाव खत्म हो जाएंगे. लोकसभा चुनाव जम्मू कश्मीर के लिए भी काफी अहम हैं. अनुच्छेद 370 हटने के बाद घाटी के लिए यह पहली बार होगा, जब यहां की जनता वोट करेगी. nक्यों रुका हुआ है आयोग? nजम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों पर मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) राजीव कुमार ने कहा कि 114 सीटों में से 90 पर चुनाव होना है. 24 पीओके वाली एससी एसटी और माइग्रेंट्स के लिए और पीओके से आए लोगों के लिए एक सीट रिजर्व है. मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि कई चीजें अभी लाइन में आनी हैं, इसलिए हम रुके हुए हैं. सभी ने हमें कहा है कि एक साथ चुनाव हो. स्थानीय प्रशासन ने इसमें कानून व्यवस्था और सुरक्षा की समस्या बताई है. हर विधानसभा क्षेत्र में दो सेक्शन फोर्स की जरूरत होगी, इसलिए लोकसभा चुनाव के तुरंत बाद वहां चुनाव कराए जाएंगे. n5 लोकसभा सीटें nजम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम 2019 में पारित किया गया. परिसीमन आयोग ने 2022 में रिपोर्ट तैयार की. पुनर्गठन अधिनियम और परिसीमन आयोग एकमत नहीं थे. दिसंबर 2023 के बाद वे एक ही पेज पर आ गए. लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में पांच चरणों में मतदान होगा और वोटों की गिनती चार जून को होगी. लोकसभा चुनाव में जिन पांच लोकसभा सीटों पर पांच चरणों में मतदान होगा, वे हैं, बारामूला, श्रीनगर, अनंतनाग-राजौरी, उधमपुर और जम्मू. nकब होंगे वोट? nजम्मू-कश्मीर में पहले चरण की वोटिंग 19 अप्रैल को होगी, दूसरे चरण की वोटिंग 26 अप्रैल को होगी, तीसरे चरण की वोटिंग 7 मई को होगी, चौथे चरण की वोटिंग 13 मई को होगी और पांचवें चरण की वोटिंग होगी 20 मई को होगी. जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव पर सीईसी राजीव कुमार ने कहा, ‘चुनाव आयोग लोकसभा चुनाव के तुरंत बाद जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव कराने के लिए प्रतिबद्ध है.’



