अब बादलों में घूमेगी वंदे भारत! भारतीय रेलवे ने कमाल कर दिया

कश्मीर घाटी जल्द ही देश के रेल नेटवर्क से जुड़ने वाली है. कश्मीर घाटी को रेलमार्ग के जरिए देश से जोड़ने के रास्ते में एक बड़ी बाधा थी. एक सुरंग ने पूरे प्रोजेक्ट का रास्ता रोका हुआ था. जिसकी वजह से कश्मीर घाटी तक ट्रेन कनेक्टिविटी में देरी हो रही थी. लेकिन कड़ी मेहनत के बाद अब कश्मीर घाटी तक रेल सफर का रास्ता साफ हो गया है. नए साल में ये नई शुरुआत हो सकती है, जिसके बाद इस रूट पर भी वंदेभारत चलाई जा सकेगी.nउत्तर रेलवे ने उधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेल लिंक प्रोजेक्ट में सभी सुरंगों का निर्माण पूरा कर लिया है. 111 किलोमीटर लंबी कटरा-बनिहाल रेलवे लाइन पर सबसे बड़ी बाधा भी अब खत्म हो चुकी है. यही नहीं जम्मू-कश्मीर के रियासी में सुरंग-1 का निर्माण पूरा कर लिया गया है. बता दें कि, कटरा और रियासी स्टेशन के बीच 3209 मीटर लंबी सुरंग बनाई गई है जिसे, टी-1 के नाम से जाना जाता है.nnComplex tunneling project (USBRL) through the •lesser Himalayas•highly fractured dolomite•major shear zone (MBT)•high ingress of water✅ Congrats to team Railway for breakthrough of the 3209 m long tunnel T1 (Now all the tunnels work of Udhampur – Baramulla section is… pic.twitter.com/80rGhoAwV1n— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) December 20, 2023nnnnटी-1 को तैयार करना था सबसे बड़ी चुनौतीnटी-1 कटरा-बनिहाल रूट का पहला ब्लॉक है. इस रूट की सभी सुरंगें यूएसबीआरएल परियोजना के तहत बनाई गई हैं. इस सफलता को मील का पत्थर माना जा रहा है. क्योंकि टी-1 में पानी का प्रेशर बहुत ज्यादा था. लिहाजा यहां पर सुरंग का निर्माण करना इंजीनियर्स और मजदूरों के लिए बड़ी चुनौती बनता जा रहा था. अब सभी चुनौतियों को पार करके सुरंग को तैयार किया जा चुका है. बहुत जल्द इस सुरंग के रास्ते कश्मीर घाटी तक रेलवे का सफर संभव हो सकेगा.nरेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दी बधाईnरेलवे की इस कामयाबी पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी सोशल मीडिया X पर सभी कर्मचारियों का शुक्रिया किया और कहा कि 3209 मीटर लंबी सुरंग टी1 का काम पूरा हो चुका है. यही नहीं उधमपुर-बारामूला खंड की सभी सुरंगों का काम भी पूरा हो चुका है. सफलता के लिए टीम रेलवे को बधाई.nइसलिए खास होगा वंदेभारत का सफरnट्रेन विश्व के सबसे ऊंचे रेलवे ब्रिज से गुजरेगी, जो बनकर तैयार हो चुका है और ट्रायल किया जा रहा है. दरअसल चिनाब नदी पर जो ब्रिज तैयार किया गया है, उसकी ऊंचाई 359 मीटर है और आपको ये जानकार हैरानी होगी दिल्ली में मौजूद 73 मीटर के 5 कुतुब मीनार इस ब्रिज की ऊंचाई तक पहुंच पाएंगे. इतना ही नहीं पेरिस का एफिल टॉवर भी इस चिनाब ब्रिज के सामने छोटा है. एफिल टॉवर की ऊंचाई 324 मीटर है, जबकि चिनाब का ये आर्च ब्रिज उससे 35 मीटर लंबा है.

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