छत्तीसगढ़ में सीएम के नाम का ऐलान हो गया है. बीजेपी ने विष्णुदेव साय को प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया है. साथ ही पार्टी ने दो डिप्टी सीएम भी बनाए हैं. प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव (Arun Sao) और विजय शर्मा (Vijay Sharma) को डिप्टी सीएम बनाया जाएगा. विजय शर्मा ने कवर्धा विधानसभा से चुनाव लड़ा था. ऐसे में आइए जानते हैं कि, आखिर विजय शर्मा कौन हैं और बीजेपी ने उनपर दांव क्यों खेला है? nदरअसल, 2021 के झंडा विवाद के दौरान विजय कट्टर हिंदूवादी चेहरा बनकर उभरे थे. इस मामले में उन्हें दो महीने तक जेल में भी रहना पड़ा था. माना जा रहा है कि भाजपा ने इसीलिए उन्हें टिकट दिया है. क्योंकि, कवर्धा सीट पर कांग्रेस ने दबंग नेता अकबर को मैदान में उतारा था. अकबर वही, नेता है जिसपर बीजेपी झंडा विवाद की साजिश रचने का आरोप लगाती आई है. nक्या है कवर्धा झंडा विवाद?nबता दें कि, साल 2021 में कवर्धा में संप्रदाय विशेष के लोगों ने भगवा झंडा गिराकर पैरों से कुचलने और एक युवक की हत्या का प्रयास किया था. विजय शर्मा ने इस घटना के विरोध में मोर्चा खोला था. इस दौरान विजय के खिलाफ मामला दर्ज होने के बाद उन्हें जेल जाना पड़ा. nजनता के पैसे से लड़ा चुनाव?nविजय शर्मा जब चुनावी मैदान में उतरे तो, कवर्धा के लोगों ने खुलकर उनका समर्थन किया. विजय शर्मा के चुनाव लड़ने में खर्च होने वाले पैसे भी लोगों ने ही उन्हें चंदे के रूप में दिए थे. कवर्धा की जनता उन्हें अपने खर्चे में कटौती कर मदद कर रही थी. 10 रू से लेकर 500 रू के बीच हजारों लोगों ने उन्होंने चंदा दिया. चंदे के रूप में उन्हें करीब 20 लाख रुपये मिले. nसीएम योगी की मददnपांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में सीएम योगी आदित्यनाथ ने करीब 90 सीटों पर प्रचार किया था. जिसमें से एक विजय शर्मा की सीट कवर्धा भी थी. सीएम योगी ने विजय शर्मा के निर्वाचन छेत्र में घूम-घूमकर उनके लिए प्रचार किया था. जिसका उन्हें फायदा भी मिली. n



