भारत ने सोमवार को अपनी 5,000 किलोमीटर की दूरी वाली इंटर-कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 का पहला सफल उड़ान परीक्षण किया. यह मिसाइल लगभग पूरे चीन को निशाना बनाने में सक्षम मानी जाती है और ऐसा प्रतीत होता है कि इसने चीन की नींद उड़ा दी है. शायद यही वजह है कि अग्नि-5 मिसाइल की इस टेस्ट फ्लाइट पर नजर रखने के लिए उसने भारतीय समुद्र तट के पास अपना जासूसी जहाज तैनात कर रखा था.nक्या है अग्नि-5 अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल ?nअग्नि-5 एक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) है. इस मिसाइल की खासियत है कि यह वायुमंडल में दोबारा प्रवेश करने से पहले अंतरिक्ष में जाती है। यह मिसाइल जो तीन चरणों वाले ठोस ईंधन वाले इंजन का उपयोग करती है। अग्नि-5 मिसाइल बहुत उच्च स्तर की सटीकता के साथ 5,000 किलोमीटर तक लक्ष्य पर प्रहार करने में सक्षम है।nnIndigenously developed Agni-5 missile with Multiple Independently Targetable Re-Entry Vehicle ( MIRV) technology successful tested as part of Mission Divyastra today https://t.co/6NVZgWoZ4z pic.twitter.com/zsotqZtLUqn— DRDO (@DRDO_India) March 11, 2024nnnnकेवल 5 देशों के पास ऐसी मिसाइल? nदरअसल अग्नी-5 मिसाइल की खूबियां ही ऐसी है, जिससे चीन की नींद उड़ गई है. अब तक, चीन के अलावा चार अन्य देशों – अमेरिका, रूस, फ्रांस और ब्रिटेस- के पास ऐसे मल्टीपल इंडिपेंडेंट टारगेटेबल रीएंट्री व्हीकल (MIRV) तकनीक के साथ मिसाइल लॉन्च करने की क्षमता है. इन देशों के पास भूमि या सबमरीन से इन मिसाइलों को दागने की क्षमता है.



