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लखनऊ चिड़ियाघर में हुआ दर्दनाक हादसा, दरियाई घोड़ा इंद्रा के हमले हुई कर्मचारी की मौत

कल यानि 18 दिसंबर, 2023 को लखनऊ के चिड़ियाघर में एक बड़ा हादसा हो गया है. जू में दरियाई घोड़े ने सफाई कर्मचारी को अपने पिंजरे में ही मार डाला. इस दर्दनाक घटना को देख मौजूद दूसरे कर्मचारी भी दहशत में आ गए. घटना के समय सफाई कर्मचारी सूरज दरियाई घोड़े के पिंजरे में उसका खाना रखने गया था. उस समय दरियाई घोड़ा अचानक हिंसक रूप में आ गया और उसने सूरज के पेट को अपने दांतों से फाड़ डाला. मौके पर सूरज को बचाने गए दूसरा कर्मचारी राजू भी घायल हो गया जिसे पास के ही सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है. nचिड़ियाघर प्रशासन ने इसकी जानकारी सूरज के परिवार को दी, जिसके बाद गेट पर ही हंगामा शुरू हो गया. चिड़ियाघर प्रशासन की तरफ से सूरज के परिवार को ₹50000 आर्थिक सहायता के तौर पर दिए गए हैं. यह दरियाई घोड़ा अभी हाल में ही कानपुर के चिड़ियाघर से शिफ्ट किया गया था. nछुट्टी के दिन हुआ हादसाnलखनऊ स्थित चिड़ियाघर में सोमवार को छुट्टी होती है और पूरे चिड़ियाघर साफ-सफाई की जाती है. लखनऊ चिड़ियाघर की निदेशक अदिति शर्मा ने बताया कि जानवरों के पिंजरे की भी ठीक तरह से सफाई होती है. आज भी सफाई के लिए कर्मचारी सूरज अंदर गए हुए थे तभी उस पर दरियाई घोड़ा ने हमला कर दिया. दरियाई घोड़े ने सूरज को  कई बार उठाकर पटका, उसने भागने की कोशिश की लेकिन भाग न सका और वह घायल हो गया. शोर सुन दूसरे कर्मचारी भी उसे बचाने के लिए आए, लेकिन उन में से एक कर्मचारी घायल हो गया. कर्मचारियों ने बताया कि दरिया घोड़ा उस समय गुस्से में था, लेकिन सूरज को ये बात बहुत देर बाद समझ आई. nलापरवाही के चलते हुआ हादसाnचिड़ियाघर में हुए हादसे के बाद कर्मचारियों ने बताया कि ये हादसा नहीं होता अगर सूरज अकेला अंदर नहीं होता. चिड़ियाघर के पिंजरे में जब भी साफ-सफाई होती है, तो उस जानवरों को एक पिंजरे से दूसरे पिंजरे में शिफ्ट करते समय डॉक्टर की एक टीम भी साथ रहती है. लेकिन आज बिना डॉक्टर की टीम के कर्मचारियों को पिंजरे के अंदर जाना पड़ा जो सही नहीं था. इससे उनकी लापरवाही साफ देखने को मिलती है. nकानपुर चिड़ियाघर से लाया गया था दरियाई घोड़ा इंद्रा  nकानपुर स्थित चिड़ियाघर से दरियाई घोड़ा इंद्रा को अभी हाल ही में 5 दिसंबर, 2023 को  लखनऊ के चिड़ियाघर में लाया गया था. फिलहाल इंद्रा  को 14 दिन के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया था. इस घटना के बाद वाइल्डलाइफ एक्टिविस्ट अजय दुबे का कहा कि जू प्रबंधन की लापरवाही के चलते यह हादसा हुआ है. घटना के समय डॉक्टर और जू का कोई जिम्मेदार अधिकारी मौजूद नहीं था. निर्धारित प्रोटोकॉल का भी पालन नहीं किया गया है.

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