दिग्गज पहलवान विनेश फोगाट ने अपना खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कार वापस कर दिया है. उन्होंने 26 नवंबर को पुरस्कारों को लौटाने का एलान किया था. शनिवार (30 दिसंबर) को विनेश ने प्रधानमंत्री कार्यालय के बाहर कर्तव्य पथ पर खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कार को रख दिया. इसे बाद में पुलिस ने उठा लिया. पहलवान बजरंग पूनिया ने इस पूरे वाकये का वीडियो शेयर किया है.nबजरंग पूनिया ने एक्स (पहले ट्विटर) लिखा, ‘ये दिन किसी खिलाड़ी के जीवन में न आए. देश की महिला पहलवान सबसे बुरे दौर से गुजर रही हैं.’ विनेश और उनके साथी प्रधानमंत्री कार्यालय जाना चाह रहे थे. लेकिन, पुलिस ने रास्ते में ही रोक दिया. उसके बाद विनेश ने कर्तव्य पथ पर अपने पुरस्कारों को रख दिया.nnबजरंग पूनिया भी लौटा चुके हैं पुरस्कारnभारतीय कुश्ती संघ के चुनाव 21 दिसंबर को हुए थे. इसमें संजय सिंह को अध्यक्ष चुना गया था. इसके बाद साक्षी मलिक ने यह कहते हुए कुश्ती से संन्यास ले लिया कि फिर से बृजभूषण जैसा ही चुना गया है तो क्या करें? इसके बाद बजरंग ने पद्म श्री लौटाया और अब विनेश ने अपना खेल रत्न लौटा दिया है. पैरा एथलीट वीरेंद्र सिंह भी अपना पद्म श्री लौटाने की बात कह चुके हैं.nपीएम मोदी को लिखा था पत्रnइससे पहले भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) को लेकर जारी विवाद के बीच विनेश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक खुला पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने पूरे घटनाक्रम और डब्ल्यूएफआई के नए अध्यक्ष संजय सिंह के चुनाव पर निराशा व्यक्त की थी. विनेश फोगाट ने पत्र में महिला पहलवानों को न्याय नहीं मिलने पर अफसोस जताते हुए कहा था कि वो अपना अर्जुन और खेल रत्न पुरस्कार लौटा देंगी. n