भारत का अब वक्त बदलने वाला है. ना सिर्फ भारत का वक्त बदलेगा, बल्कि दुनिया का समय भी भारत के हाथ में होगा. अब भारत तय करेगा कि, इस देश का समय कैसा रहेगा. और ये समय निर्धारित होगा, बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन से. ये हम नहीं कह रहे हैं. बल्कि, खुद सीएम मोहन यादव ने कहा है. उन्होंने कहा कि, ग्रीनविच से प्राइम मेरिडियन को उज्जैन शिफ्ट करेंगे. इसके लिए उन्होंने अपना प्लान भी बताया है.nउज्जैन तय करता था टाइमnमुख्यमंत्री मोहन यादव ने टाइम के निर्धारण को लेकर अपनी बात रखते हुए कहा कि, ‘उज्जैन में सबसे पुरानी वेधशाला निर्मित हुई थी. चूंकि उज्जैन जीरो मेरिडियन और कर्क रेखा के सम्पर्क में आनेवाले पाइंट पर है इस कारण उज्जैन ही पहले दुनियाभर का टाइम तय करता था. फिलहाल, टाइम गड़बड़ चल रहा है इस कारण हम दुनिया के टाइम को ठीक करने के लिए उज्जैन की वेधशाला में शोध करेंगे.’nnउज्जैन से तय होगा दुनिया का समय! CM मोहन यादव ने क्या कहा @drmohanyadav51 pic.twitter.com/cPBqdNnZYsn— Jhalko Delhi (@JhalkoDelhi) December 23, 2023nnnnआधी रात को कैसे बदलता है समयnसीएम मोहन यादव का कहना है कि, लोग दिन और रात की शिफ्ट में काम करते हैं कुछ लोग दिन में काम करते हैं. तो कुछ, रात की शिफ्ट में काम करते हैं. ऐसे में ग्रीनविच का टाइम के अनुसार आधी रात को दिन बदलता है. इससे साफ पता चल रहा है कि, दिन बदलने का टाइम ही गड़बड़ है. इसलिए आईआईटी और आईआईएम द्वारा रिसर्च कर टाइम को ठीक किया जाएगा.nऐसे समझें टाइम मेरिडियनnसीधे शब्दों में कहें तो वर्तमान में समय का निर्धारण इंग्लैंड में स्थित गांव ग्रीनविच के अनुसार चलता है. क्योंकि, साल 1984 में ये मान लिया गया था कि, ग्रीनविच से निकलने वाली देशांतर रेखा शून्य मेरिडियन है. जबकि, सीएम मोहन यादव का कहना है कि ‘प्राचीन खगोलीय मान्यता के अनुसार उज्जैन ही पूरे विश्व का प्राइम मेरिडियन या शून्य मेरिडियन है. उज्जैन शहर की जीरो मेरिडियन वाले पाइंट पर स्थित है. इसलिए हम फिर से ग्रीनविच के प्राइम मेरिडियन को उज्जैन शिफ्ट करेंगे.’