उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में दिवंगत माफिया मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) के घर पर नेताओं का आना-जाना शुरु हो चुका है. इसी बीच रविवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) भी मुख्तार अंसारी को श्रद्धांजलि देने के लिए उनके घर गाजीपुर पहुंचे और परिवार से भी बात कर उन्हें हौसला दिया. nnवक़्त देता है दिलासा देकर हाथों में हाथयकीन रखो करेगा ऊपरवाला ही इंसाफ़ pic.twitter.com/oCLF33UP0nn— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 7, 2024nnnnसरकार पर उठाए सवाल nमीडिया से बातचीत करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि मुख्तार अंसारी ने खुद कहा था कि उसको जेल में ज़हर दिया जा रहा है जो बात अब उनकी मौत के बाद सच साबित हो रही है. हम यहीं चाहते है कि सरकार जल्द- से-जल्द सच्चाई सामने लाए और गुनेहगार को सजा दी जाए, तभी उनके परिवार को न्याय मिलेगा. जब से BJP की सरकार आई है nnpic.twitter.com/HAwWexVAnQn— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 7, 2024nnnnसरकार पर भरोसा नहीं nतब से सरकार पर उतना भरोसा नहीं रहा. सपा प्रमुख ने आगे कहा कि जो व्यक्ति इतने वर्षों जेल में रहा हो उसके बाद भी जनता जिता रही हो, भले ही मुख्तार अंसारी लंबे समय से जेल में थे, फिर भी वह चुनाव जीत रहे हैं, जिसका साफ मतलब है कि वह लोगों की समस्याओं को समझते हैं और उनसे साझा करते है. nसोच-समझ कर डाले वोट nउन्होंने कहा कि जिन लोगों पर हम आमतौर पर भरोसा करते हैं, वे हमारी मदद नहीं कर रहे हैं, जैसे पुलिस और सरकारी अधिकारी. उन्होंने चीजों को बेहतर बनाने में मदद के लिए लोगों से आगामी चुनाव में मतदान करने को कहा. क्या प्रशासन और सरकार भेदभाव नहीं कर रही? क्या हम सबको ये स्वीकार कर लेना चाहिए कि ये एक नेचुरल डेथ थी? nnpic.twitter.com/Rv1A2DRC9Dn— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 7, 2024nnnnअखिलेश यादव ने बढ़ाया हौसला nइस दौरान सपा मुखिया अखिलेश यादव ने मुख्तार के बड़े भाई अफजाल अंसारी से मुलाकात भी की. इस बीच मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी ने कहा, अखिलेश यादव आए थे. उन्होंने हमारी बहुत हिम्मत बढ़ाई… परिवार पूरा साथ है लेकिन बड़े भाई और माताजी की कमी कहीं न कहीं थी, भइया(अखिलेश यादव) ने आकर बहुत हौसला दिया है… लाखों और करोड़ों लोग जो मेरे पिता को अपना रहनुमा समझते थे उनका भी हौसला राष्ट्रीय अध्यक्ष (अखिलेश यादव) ने बढ़ाया है… किसी इंसान को टारगेट करके उसे दुख पहुंचाना, ये आज की राजनीति बन गई है. बता दें कि जेल में बंद मुख्तार अंसारी का 28 मार्च को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था. उन्हें जेल में जहर दिए जाने के आरोप लगे थे.