आतंकी संगठन हमास और इजयारल के बीच जारी युद्ध को 10 से ज्यादा दिन बीत चुके हैं. हमास के समर्थन में खाड़ी के अधिकतर मुस्लिदेश खड़े हो चुके हैं. साथ ही कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावें किए जा रहे हैं कि, हमास को चीन का भी साथ मिल रहा है. इजरायल पर हुए हमले की कहानी चीन में लिखी गई थी. चीन ही हमास को फंडिंग कर रहा है. वहीं, अब इस युद्ध को लेकर एक और बड़ा खुलासा हुआ है.
nदरअसल, इजराइल पर हमले के लिए उत्तर कोरिया ने हमास को हथियार सप्लाई की थी? कुछ सबूतों के आधार पर दक्षिण कोरिया के एक्सपर्ट ने यह दावा किया है. बरामद किए गए हथियारों से पता चलता है कि रॉकेट गाजा में नहीं बल्कि, उत्तर कोरिया में बनाए गए हैं. उत्तर कोरिया के हथियारों पर नजर रखने वाले दक्षिण कोरिया के दो एक्सपर्ट के हवाले से एपी ने ये रिपोर्ट की है.
nबता दें कि, हमास ने 7 अक्टूबर के हमले के लिए उत्तर कोरिया के एफ-7 रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड और कंधों पर रखकर चलाने वाले हथियारों का इस्तेमाल किया था. रॉकेट-प्रोपेल्ड ग्रेनेड लॉन्चर एक ही वारहेड से फायर करते हैं और इन्हें तुरंत दोबारा लोड किया जा सकता है. खासतौर पर गुरिल्ला बलों के खिलाफ यह एक कीमती हथियार के रूप में काम करता है. दावा है कि, उत्तर कोरिया ने एफ-7 रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड सीरिया, इराक, लेबनान और गाजा पट्टी को सप्लाई किए हैं.
nएक्सपर्ट मानते हैं कि उत्तर कोरिया हमेशा से फिलिस्तीनी समूहों का समर्थन किया है. स्मॉल आर्म्स सर्वे के एक वरिष्ठ शोधकर्ता मैट श्रोएडर ने कहा कि हमास ने रॉकेट-प्रोपेल्ड ग्रेनेड और लॉन्चर के साथ अपने लड़ाकों की तस्वीरें शेयर की हैं, जिसके वारहेड पर एक लाल पट्टी नजर आता है. यह ठीक एफ-7 जैसा ही है. हालांकि, उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरियाई एक्सपर्ट्स दावों को खारिज किया है.
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