महाराष्ट्र में श्रीराम पर दिए गए विवादित बयान को लेकर इस वक्त राजनीति गरम है. BJP नेता द्वारा श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा के दिन महाराष्ट्र में मांस व शराब पर प्रतिबंध लगाने की मांग के बाद NCP शरद पवार गुट के विधायक डॉ. जितेंद्र आव्हाण ने कहा कि श्रीराम मांसाहारी थे जिसे लेकर BJP और संतों ने पलटवार किया, इस विवाद को बढ़ता देखकर NCP विधायक ने यूटर्न लेते हुए सभी से माफी मांग ली है. nNCP के विधायक ने अपने पहले बयान में कहा था कि भगवान राम शाकाहारी नहीं, बल्कि मांसाहारी थे. उन्होंने जनता से सवाल पूछते हुए कहा कि श्रीराम 14 सालों तक जंगल में रहे और शिकार न किए हो, ऐसा कैसे हो सकता है. इसके बाद BJP ने उनके बयान को लेकर शिवसेना के उद्धव ठाकरे पर तंज कसा जिस पर पहले जितेंद्र आव्हाण ने माफी मांगने से साफ मना कर दिया था, लेकिन बाद में विवाद बढ़ने पर उन्होंने इसके लिए माफी भी मांग ली है. nn#WATCH | On his “non-vegetarian” comment on Lord Ram, NCP-Sharad Pawar faction leader Jitendra Awhad says, “I express regret. I did not want to hurt anyone’s sentiments.” pic.twitter.com/wFIAXQXAKbn— ANI (@ANI) January 4, 2024nnnnकभी-कभी हो जाती है गलतीnश्रीराम को लेकर दिए गए विवादित बयान में जितेंद्र आव्हाण ने माफी मांगते हुए कहा कि मैं अपने भाषण में बोलता चला गया. कभी-कभी गलती हो जाती है. मैं अपने बयान के लिए माफी मांगता हूं. हालांकि, उन्होंने पहले कहा था कि वे अपने बयान पर माफी नहीं मांगने वाले हैं, लेकिन जब विवाद काफी बढ़ गया तो उन्होंने यूटर्न लेते हुए माफी मांग ली. nसंतों ने जताई आपत्ति nNCP विधायक की विवादित टिप्पणी पर संत समुदाय ने भी विरोध कर आपत्ति जताया है. अयोध्या के संत परमहंस आचार्य ने केंद्र और महाराष्ट्र सरकार से NCP नेता के खिलाफ कार्रवाई की मांग की और कहा कि इससे करोड़ों रामभक्तों की भावनाओं को चोट पहुंची है. इस बयान को अपमानजनक बताते हुए कहा कि अगर सरकार कार्रवाई नहीं करेगी तो वो खुद ही कोई बङा कदम उठा लेंगे. n