भारत के लोकसभा चुनाव के साथ अमेरिका में राष्ट्रपति चुनावों पर सबकी नजरे टिकी हुई है. अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए एक बार फिर से डोनाल्ड ट्रंप ने जॉर्जिया, मिसीसिपी और वॉशिंगटन में बंपर जीत हासिल की है. बताया जा रहा है कि डोनाल्ड ट्रंप को पार्टी डेलिगेट्स का भरपूर समर्थन मिला. nजो बाइडेन ने ट्रंप को हराया nबता दें कि डोनाल्ड ट्रंप ने अपने पहले अभिभाषण में कहा था कि अगर वो अमेरिका के राष्ट्रपति के रुप में फिर से चुने जाते हैं तो संसद पर हमले के आरोपी अपने सभी समर्थकों को रिहा करेंगे. बता दें कि 6 जनवरी 2021 को प्रेसिडेंशियल इलेक्शन में अमरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ट्रंप को हराया था. इसके बाद ट्रंप ने इलेक्शन में धांधली का आरोप लगाया था, जिसके बाद 1358 लोगों को इस मामले में गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया था. nफिर होंगे आमने-सामनेnअब अमेरिका में नवंबर में राष्ट्रपति चुनाव होने जा रहे हैं जिसके लिए ट्रंप ने रिपब्लिकन पार्टी का समर्थन हासिल कर लिया है. वहीं दूसरी ओर जो बाइडेन डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में होंगे. अब ऐसे में रिपब्लिकन पार्टी से डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय मूल की निक्की हेली को एकतरफा मात दी तो वहीं जो बाइडेन ने भी डेमोक्रेटिक पार्टी से जीत हासिल की है. अब एक बार फिर से बाइडेन और ट्रंप राष्ट्रपति चुनाव में आमने-सामने होगा. nकिसे मिले कितने वोट? nरिपब्लिकन पार्टी का प्रेसिडेंशियल कैंडिडेट बनने के लिए ट्रम्प को 1,215 डेलिगेट्स का समर्थन जरूरी था, जिसमें से उन्हें 1,228 डेलिगेट्स का समर्थन मिला. वहीं जो बाइडेन को डेमोक्रेटिक पार्टी से कैंडिडेट बनने के लिए कुल 1,969 वोट चाहिए जिसमें से उन्हें 2,107 वोट मिले. nकांटे की टक्कर nराष्ट्रपति उम्मीदवार बनने पर बाइडेन ने कहा कि मतदाताओं के पास अब इस देश के भविष्य के बारे में निर्णय लेने का विकल्प है, हम लोकतंत्र की रक्षा करेंगे, दूसरों को इसे तोड़ने नहीं देंगे, हम अपनी आजादी को चुनने और उसकी रक्षा करने का अधिकार बहाल करेंगे. हालांकि, ट्रंप इस बार 91 आरोपों के साथ चुनावी मैदान में होंगे. यानी अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में इस बार भी कांटे की टक्कर देखने को मिलेगी.



