'भूलो और माफ करो…', जानें सचिन पायलट के लिए और क्या-क्या बोले CM गहलोत

राजस्थान में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं.  25 नवंबर को सूबे में मतदान होने है. चुनाव को लेकर जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं. इसी बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिन पायलट से मतभेद के दावे को खारिज कर दिया है. nसीएम अशोक गहलोत ने कहा कि, ‘सभी फैसले हम मिलकर कर रहे हैं.’ साथ ही उम्मीदवारों की घोषणा में देरी और मतभेद को लेकर पूछे गए सवाल पर अशोक गहलोत ने कहा, ‘सभी फैसले सबकी राय से हो रहे हैं. शायद आप सचिन पायलट का जिक्र कर रहे हैं, लेकिन बीजेपी को यही तकलीफ है कि सभी फैसले आम राय से हो रहे हैं.’nबागियों की टिकट काटने के सवाल पर गहलोत ने कहा कि, पुरानी बातें हम भूल चुके हैं. हमारी नीति है, भूलो और माफ करो. टिकट का आधार जिताऊ उम्मीदवार है. दरअसल राजस्थान विधानसभा की दो सौ सीटों पर 25 नवंबर को वोटिंग होगी. इसका रिजल्ट तीन दिसंबर को आएगा. nअशोक गहलोत ने क्या कहा?nबड़ी संख्या में टिकट कटने पर अशोक गहलोत ने कहा, ”राजस्थान में कोई एंटी इनकम्बेंसी नहीं है. सीएम पर कोई आरोप नहीं है. विधायकों से थोड़ी नाराजगी है. भ्रष्टाचार के आरोप है, लेकिन टिकट तब कटते हैं जब विकल्प हो.nबता दें कि, साल 2020 में सचिन पायलट के नेतृत्व में कई विधायकों ने बगावत कर दी थी, लेकिन बाद में आलाकमान के दखल के बाद मामला सुलझ गया. इसके बाद कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने दावा किया था कि सीएम अशोक गहलोत पूर्व मुख्यमंत्री वंसुधरा राजे की सरकार के दौरान हुए कथित भ्रष्टाचार के मामले में कार्रवाई नहीं कर रहे हैं. इसको लेकर उन्हें (अशोक गहलोत) को लेटर भी लिखा, लेकिन वो जवाब नहीं देते.  इस कारण दोनों नेताओं के साथ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कई बार मीटिंग कर एकजुटता की बात दोहराई थी. n

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