सोशल मीडिया पर हाल ही में एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें सड़क पर नमाज पढ़ रहे मुस्लिमों पर एक पुलिस अधिकारी ने लात मारी. देखते ही देखते ये वीडियो सोशल मीडिया पर आग की तरह वायरल हो गया, ये वीडियो दिल्ली के इंद्रलोक इलाके का बताया जा रहा है. अब इस मामले में असदुद्दीन ओवैसी की एंट्री हो गई है और उन्होने इस मामले में खूब बयान दिए हैं और घटना का जमकर विरोध जताया है. nक्या कहते है असदुद्दीन ओवैसी? nAIMIM चीफ ने मामले में कहा कि दिल्ली के इंद्रलोक में हुई घटना ने सबको झकझोर कर रख दिया है. ये बताता है कि देश में किस प्रकार मुस्लिमों का आदर सम्मान हो रहा है. मैं प्रधानमंत्री और भाजपा के लोगों से पूछना चाहता हूं कि जिस व्यक्ति का अपमान किया वो किस परिवार से है ?nnVIDEO | Here’s what AIMIM leader Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) said on namaz incident that took place in Delhi’s Inderlok yesterday.”The incident has shaken everyone. It tells how much dignity and respect Muslims have. I want to ask the prime minister, BJP people – the man,… pic.twitter.com/z03j9XkIJ4n— Press Trust of India (@PTI_News) March 9, 2024nnnnएक्स पर किया पोस्ट nउन्होने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि जो पुलिस वाला नमाज़ियों को लात मार रहा था, उसे तो सस्पेंड कर दिया गया, लेकिन हम सब जानते हैं उसे इतनी हिम्मत इसी लिये आयी क्योंकि समाज के एक बड़े हिस्से में अब मुसलमानों के साथ ऐसा सुलूक करना गर्व की बात हो चुकी है. nपुलिस वाले की गुलपोशी होगी, और शायद उसे भाजपा वाले अपना कैंडिडेट भी बना दें, जो लोग ‘सड़क अधिकार रक्षक’ बन रहे हैं, वो ये बताएं कि गुड़गाँव में तो मुसलमान पुलिस परमिशन से एक ख़ाली प्लॉट में नमाज़ पढ़ते थे, संघियों को वो भी नहीं पचा. कई मज़हबी और ग़ैर-मज़हबी लोग सड़कों का सांस्कृतिक काम के लिए इस्तेमाल करते हैं, लेकिन नमाज़ से चिढ़ इसी लिये है क्योंकि इस्लाम के ख़िलाफ़ नफ़रत अब आम हो गई है. nबहरहाल इस मामले में सियासत खूब गरमाई हुई है और सोशल मीडिया पर भी लोग दो धड़ों में बंट गए हैं एक पक्ष ने इस घटना को निंदनीय बताया है तो दूसरे पक्ष का कहना है कि सड़क पर नमाज नहीं पढ़ी जानी चाहिए. मामले में पुलिस अधिकारी को सस्पेंड तो किया जा चुका है लेकिन सवाल ये है कि क्या ये करना सही था ?n



