पाकिस्तान के अंतरिम प्रधानमंत्री अनवारुल हक काकर ने अनुच्छेद 370 पर भारतीय सुप्रीम कोर्ट के फैसले की आलोचना की है. काकर ने कहा कि कश्मीर को लेकर कहा कि ‘पाकिस्तान इसके लिए 300 लड़ाइयां भी लड़नी पड़े तो लड़ेंगे.’ केयरटेकर पीएम ने कहा कि पाकिस्तान पर तीन बार लड़ाइयां थोपी गई. उन्होंने धमकी भरे लहजे में कहां कि इस बात को लेकर किसी को कोई गलतफहमी ना रहे और कश्मीर, श्रीनगर और बारामुला को लेकर अपनी गलतफहमी दूर कर लें.nकब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में विधानसभा को संबोधित करते हुए पीएम काकर ने फिर वही राग अलापते हुए कहा कि कश्मीर पाकिस्तान की गले की नस है और देश आत्मनिर्णय के अधिकार के संघर्ष में कश्मीरियों को “राजनयिक और नैतिक” समर्थन जारी रखेगा. पाकिस्तान के कार्यवाहक पीएम काकर ने अनुच्छेद 370 पर भारत के शीर्ष अदालत के फैसले को ‘राजनीति से प्रेरित’ बताया.nभारतीय लोकतंत्र को “दुनिया का सबसे बड़ा पाखंड” बतायाnअंतरिम प्रधानमंत्री अनवारुल हक काकर ने भारत की आलोचना करते हुए इसे सबसे बड़े लोकतंत्र के बजाय “दुनिया का सबसे बड़ा पाखंड” बताया. उन्होंने भारत पर जाति-आधारित सामाजिक संचालन, व्यवस्थित धमकी, अल्पसंख्यकों को हाशिए पर रखने, राज्य प्रायोजित हत्याओं और आतंकवाद को छिपाने के लिए धर्मनिरपेक्षता, लोकतंत्र और विविधता के खोखले नारों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया.nकश्मीर पर भारत को दी जंग धमकीnपाकिस्तानी पीएम ने 5 अगस्त, 2019 को केंद्र सरकार की कार्रवाइयों को मान्य करने के भारतीय सुप्रीम कोर्ट के फैसले को राजनीति से प्रेरित बताते हुए इसकी निंदा की. काकर ने कश्मीरी लोगों के साथ हुए कथित अन्याय के जवाब में उनके प्रति पाकिस्तान की अटूट प्रतिबद्धता व्यक्त की. इसके अतिरिक्त, उन्होंने कुछ भाजपा नेताओं के हालिया बयानों का हवाला देते हुए स्पष्ट किया कि गिलगित-बाल्टिस्तान और कश्मीर का कोई भी हिस्सा कोई नहीं ले सकता. भारत की तरफ से इसपर फिलहाल कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं आई है.