चलो बुलावा आया है….और इस बार… राम लला ने बुलाया है…जिस दिन का इंतजार सदियों से था…वो घड़ी अब आने वाली है…या यूं कहें…सियासी हल्कों में जिस तारीख की दशकों-दशकों से चर्चा थी…अब वो तारीख भी आ चुकी है…मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम गर्भगृह में विराजमान होने जा रहे हैं…अयोध्या में राम मंदिर बनाने का काम भी तेजी से चल रहा है. अब भक्तों को बेसब्री से इंतजार है, तो सिर्फ रामलला के मंदिर में विराजमान होने का. बेसब्री हो भी क्यों ना…उस घड़ी के लिए सनातनियों ने 495 साल का इंतजार किया है…nबता दें कि, 22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जन्मभूमि मंदिर में भगवान श्री रामलला सरकार के श्री विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे. वहीं, अब भगवान राम के विराजमान होने से पहले भगवान राम लला की नगरी में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर आमंत्रण पत्र के बांटने का भी सिलसिला शुरू कर दिया गया है…जिनकी पहली तस्वीरें सामने आई हैं…. nदरअसल, डाक विभाग की तरफ से अयोध्या के प्रमुख साधु संतों को बाकायदा आमंत्रण पत्र भेजा जा रहा है. पत्र में लिखा है- ‘आपको विदित ही है कि लंबे संघर्ष के पश्चात श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण कार्य प्रगति पर है. पौष, शुक्ल द्वादशी, विक्रम संवत 2080, यानी…(सोमवार, 22 जनवरी 2024) को गर्भगृह में रामलला के नूतन विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. हमारी प्रबल इच्छा है कि, आप इस पुनीत अवसर पर अयोध्या में उपस्थित रहकर प्राण प्रतिष्ठा के साक्षी बने और महान ऐतिहासिक दिन की गरिमा बढ़ाएं.’nnVIDEO | The process of distributing invitation letters for the consecration ceremony of ‘Ram Lalla’ in Ayodhya has started. Ayodhya Ram Temple consecration ceremony is scheduled to take place on January 22, 2024.#AyodhyaRamTemple pic.twitter.com/fD83VYl54Xn— Press Trust of India (@PTI_News) December 2, 2023nnnnसाथ ही इस कार्ड जरूरी निर्देश भी दिए गए हैं. जैसे इसमें लिखा है, ‘निवेदन है कि 21 जनवरी के पूर्व अयोध्या पधारने की योजना बनाएं. जितना शीघ्र अयोध्या आएंगे, उतनी ही आपको सुविधा होगा. विलंब से आने पर परेशानियों का का सामना करना पड़ सकता है. 23 जनवरी 2024 के पश्चात ही वापस जाने की योजना बनाएं.’ इस पत्र के अंत में श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव, चंपत राय के दस्तखत भी हैं.nबता दें कि, श्री राम जन्मभूमि मंदिर में राम लला की जिस मूर्ति की स्थापना होनी है उसकी ऊंचाई 52 इंच होगी. मंदिर के गर्भगृह में रामलला के दर्शन 5 साल के बालक के रूप में होंगे. इसके लिए तीन मूर्तिकार मूर्ति बना रहे हैं. जिस प्रतिमा को रामलला चाहेंगे वो स्थापित होगी. तीनों प्रतिमाएं बन जाने के बाद इसका फैसला होगा. रामलला की प्रतिमा की ऊंचाई आदि तय करने में खगोल विज्ञानियों की राय भी ली गई है. ताकि, सूर्य की पहली किरण उनके ललाट पर पड़े. nअब बात करते हैं आप की…यानी भगवान राम के भक्तों की…आप कब से भगवान राम के दर्शन कर सकेंगे? तो बता दें…राम लला की प्राण प्रतिष्ठा होने के अलगे दिन से मंदिर को भक्तों के लिए खोल दिया जाएगा…यानी 23 जनवरी 2024 सभी भक्त राम लला के दर्शन कर सकेंगे.