राजस्थान विधानसभा चुनाव (Rajasthan Assembly Election) के नतीजे घोषित हो चुके हैं. प्रदेश की जनता ने इस बार बीजेपी (BJP) पर भरोसा जताया है. यानी इस बार भी रिवाज नहीं बदला. बीजेपी ने 115 सीटों पर जीत दर्ज की है. बीजेपी को पूर्ण बहुमत तो मिला है, लेकिन पार्टी के कद्दावर नेता सतीश पुनिया (Satish Poonia) के लिए इस बार का चुनाव सुखद नहीं रहा. आमेर सीट पर सतीश पुनिया को हार का सामना करना पड़ा है. इस हार के बाद उन्होंने एक बड़ा फैसला लिया है. सतीश पुनिया को बीजेपी के सीएम उम्मीदवार के तौर पर भी देखा जा रहा था.nदरअसल, प्रदेश में कई सीटें ऐसी रहीं, जहां बीजेपी के दिग्गजों को भी हार का सामना करना पड़ा. इन्ही दिग्गजों में से एक बीजेपी के कद्दावर नेता और पार्टी के पूर्व राज्य प्रमुख सतीश पूनियां भी शामिल हैं. इस हार से आहत सतीश पूनियां ने नतीजों के अगले दिन ही राजनीति से ब्रेक लेने का फैसला किया है. उन्होंने ट्वीट कर अपनी बात सामने रखी और कहा कि, वो जल्द ही पार्टी आलाकमान को भी अपने फैसले से अवगत करा देंगे. nसतीश पुनिया ने लिखा, ‘चुनाव में हार जीत एक सिक्के के दो पहलू होते हैं, लेकिन आमेर की ये हार मेरे लिए सोचने पर मजबूर करने वली है एक आघात जैसी है, हमने सपने देखे थे कि आमेर इस बार रिवाज बदलेगा और हम मिलकर सरकार के माध्यम से कार्यकर्ताओं का सम्मान और जनता का बेहतरीन काम करके इसे आदर्श विधानसभा क्षेत्र बनाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. यह समय मेरे लिए कठिन परीक्षा की घड़ी जैसा है परंतु परिस्थितियों और मनोवैज्ञानिक रूप से मैं यह निर्णय करने के लिए मजबूर हूं कि मैं अब भविष्य में आमेर क्षेत्र के लोगों और कार्यकर्ताओं को सेवा और समय नहीं दे पाऊंगा. पार्टी नेतृत्व को भी मैं अपने निर्णय से अवगत करवाकर आग्रह करूंगा कि यहां कि, समस्याओं के समाधान के लिए योग्य व्यक्तियों की नियुक्ति करें, साथ ही एक लंबे अरसे से पार्टी संगठन को पूरा समय देने के कारण पारिवारिक कामों से दूर रहा हूं, अत: अब मैं कुछ समय अपने पारिवारिक कामों को पूरा करने में लगाऊंगा, ईश्वर मुझे शक्ति दे.’nnराम राम सा,लोकतंत्र में जनता जनार्दन होती है, मैं आमेर की जनता के निर्णय को स्वीकार करता हूँ और कांग्रेस के विजयी प्रत्याशी श्री प्रशान्त शर्मा जी को बधाई देता हूँ, आशा करता हूँ कि वो आमेर के विकास को यथावत गति देते रहेंगे और जन भावनाओं का सम्मान करेंगे।आमेर से मेरा रिश्ता दस…n— Satish Poonia (@DrSatishPoonia) December 4, 2023nnnn‘आमेर से है पुराना रिश्ता’nसतीश पुनिया आगे लिखते हैं, ‘आमेर से मेरा रिश्ता दस बरसों से है. 2013 में पार्टी के निर्देश पर चुनाव लड़ने आया था. चुनाव में मात्र 329 वोटों की हार हुई लेकिन भाजपा की सरकार के दौरान हमने यहां विकास को मुद्दा बनाकर काम किया. हालांकि लोग कहते हैं कि यहां बड़ी-बड़ी जातियों का बाहुल्य है और जातियों के इस जंजाल में जाति से ऊपर उठकर कोई विकास की सोचे थोड़ा मुश्किल है. 2013-2018 में हमने कोशिश की, थोड़ा सफल हुए, विकास कार्यों से लेकर कोरोना के दौरान सेवाकार्यों से लोगों में भरोसा पैदा करने की कोशिश की थी लेकिन शायद लोगों को समझाने में हम विफल रहे.’nबता दें कि, भारतीय जनता पार्टी ने आमेर विधानसभा सीट से पूर्व पार्टी प्रमुख सतीश पूनियां को फिर एक बार टिकट दिया था. वहीं कांग्रेस पार्टी ने इस सीट पर प्रशांत शर्मा को उम्मीदवार बनाया. प्रशांत शर्मा को विधानसभा चुनाव में 1,89,14 वोट मिले और उन्होंने सतीश पूनियां को 99,822 वोटों से जीत दर्ज की. हालांकि राजस्थान में फिर भी कांग्रेस पार्टी सरकार से बाहर हो गई है. कांग्रेस को 199 में से सिर्फ 69 सीटों पर जीत हासिल हुई, जबकि बीजेपी ने 115 सीटों पर जीत का परचम लहराया है.n