राजस्थान के सीएम पद को लेकर सस्पेंस खत्म हो गया है. मंगलवार को बीजेपी के पर्यवेक्षक दल की मौजूदगी में राजस्थान विधायक दल के नेता का ऐलान किया गया. पहली बार विधायक बने भजन लाल शर्मा प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री होंगे. इसके साथ ही राजस्थान में दो डिप्टी सीएम भी बनाए गए हैं. ये जिम्मेदारी दीया कुमारी और प्रेम चंद बैरवा को दी गई है. ऐसे में सवाल खड़े हो रहे हैं कि, वसुंधरा राजे को किनारे कर दीया कुमारी को इतनी बड़ी जिम्मेदारी क्यों दी गई है? साथ ही सवाल ये भी पूछा जा रहा है कि, क्या पार्टी दीया कुमारी में वसुंधरा राजे का विक्लप तलाश रही है. nदरअसल, वसुंधरा राजे और दीया कुमारी दोनों की राजघराने से आती हैं. दोनों का ही प्रदेश के राजपूत और ठाकुर वोटर्स पर अच्छा खासा कंट्रोल है. लेकिन, खबरें सामने आ रही हैं कि, वसुंधरा राजे और बीजेपी आलाकमान के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा. बता दें कि, ये पहली बार नहीं..जब बीजेपी आलाकमान और वसुंधरा राजे के बीच किसी बात को लेकर ठनी हो. पहले ही कई वसुंधरा राजे पार्टी आलाकमान के खिलाफ जाकर अपनी बात मनवा चुकी हैं. ऐसे में दावे किए जा रहे हैं कि, इसी तल्खी के कारण पार्टी दीया कुमारी में वसुंधरा राजे का विक्लप तलाश रही है. nदीया कुमारी का क्या कहना है? nदिया कुमारी ने कहा, ‘जिस तरह से महिलाओं को केंद्र में रखते हुए केंद्र सरकार ने बहुत सी योजनाएं भी बनाई हैं. जो विश्वास नेतृत्व ने मेरे ऊपर दिखाया है उसके लिए मैं पीएम मोदी के साथ साथ बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं का आभार व्यक्त करती हूं. एक साथ मिलकर हम सभी काम करेंगे. महिलाओं और युवाओं को न्याय मिले और राज्य का विकास हो इसी को ध्यान में रखते हुए हम काम करेंगे.’nवसुंधरा राजे से रिश्तों में तल्खी पर बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘इस तरह की बातों पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहती. इस तरह की कोई बात नहीं है. सभी लोग एक साथ मिलकर काम कर रहे हैं और हमने भी एक साथ मिलकर काम किया है. जब इस बात की घोषणा की गई थी तो वो भी वहीं पर थीं. उनका भी आशीर्वाद मिला है.’