हिंदुस्तान के पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की दुनिया के सामने फिर से भद्द पिटी है. इसकी बानगी सोशल मीडिया पर भी देखने को मिली. यही वजह रही कि, माइक्रो ब्लॉगिंग मंच एक्स पर सुप्रीम कोर्ट ऑफ पाकिस्तान हैशटैग के साथ जमकर ट्रेंड हुआ. एक्स यूजर्स ने इस दौरान वहां के कोर्टरूम में हुई चीफ जस्टिस और जज की बहस को लेकर पाकिस्तान की न्याय व्यवस्था को लेकर सवाल दागे. लोगों ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, चीफ जस्टिस का बर्ताव बेहद शर्मनाक था और उन्होंने इस दौरान न्याय का मजाक बनाया. nढाई मिनट की वायरल क्लिप सुनवाई के दौरान की थी, जिसमें मौजूदा चीफ जस्टिस काजी फैज इसा एक जज को टोकते हुए दिखे. वो कहते नजर आए, ‘मेरे पास कोई शिकायत नहीं आई है और न ही मुझे कुछ पता है. मुझे ये मुंशी का कॉन्सेप्ट नहीं समझ आता है. सुप्रीम कोर्ट में मुंशी का कोई कॉन्सेप्ट नहीं है.’ n“ऐसी कंप्लेंट तो मैं पढ़ूंगा भी नहीं”nबेहद सख्त तेवर में इसा ने आगे कहा, ‘आपका मुंशी…मेरा मुंशी से क्या मतलब है? यहां एसएसई या एओआर (एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड) है, खत्म. ये मुंशी जो चैंबर में घुस जाते हैं…ये सरासर गलत है. ये चीजें जो शुरू हो जाती हैं कि, फलां व्यक्ति का मुंशी आया था. आप खुद आइए, आपका जूनियर आए या एओआर आए…मेरे पास कोई शिकायत नहीं है और मेरे पास किसी मुंशी की कंप्लेंट आई तब मैं उसे पढ़ूंगा भी नहीं.’nजज ने इसके बाद सफाई देने की कोशिश की कि, वहां पर उनकी ओर से शिकायत दी गई थी. जिसपर जस्टिस ईसा ने फिर टोका- अभी आप मुंशी-मुंशी कह रहे थे…मेरा मुंशी. आप केस चला लीजिए. आप ये मामला चलाना चाहते हैं या नहीं? मैं मुंशी की शिकायत तो नहीं सुनूंगा. VIDEO में देखिए, उस दौरान आखिरकार क्या हुआ था:n



