फूड ट्रक चलाने वाली Bhavini Patel अब लड़ेंगी US Congress का चुनाव

यूएस हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव के लिए चुनावी दौड़ में भारतीय मूल की भाविनी पटेल भी शामिल हो गई है. एक समय में पिट्सबर्ग में वह अपनी मां की मदद इंडिया ऑन व्हील्स नाम से एक फूड ट्रक चलाने में मदद किया करती थीं. ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई करने के बाद उन्होंने अपना एक टेक स्टार्टअप शुरू किया था और अब वह अमेरिकी संसद के चुनाव में किस्मत आजमा रही हैं. nभाविनी पटेल लड़ेंगी चुनाव nभारतीय-अमेरिकी भाविनी पटेल ने पिछले साल 2 अक्टूबर को 12वें पेन्सिल्वेनिया से कांग्रेस के लिए चुनाव लड़ने का ऐलान किया था, वर्तमान में यहां पटेल की डेमोक्रेटिक पार्टी की साथी समर ली प्रतिनिधि हैं. लेकिन, बीते कुछ वर्षों से इस क्षेत्र में समर ली की लोकप्रियता में खासी कमी देखने को मिली है,समर ली उन कुछ सांसदों में से एक हैं जिन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से अमेरिकी कांग्रेस के ऐतिहासिक संयुक्त संबोधन का विरोध किया था. nnVIDEO | “I announced my campaign on October 2, 2023. Since then, we have raised 310 thousand dollars and I am very proud to say that around 70% of our money was raised from the state of Pennsylvania,” says Bhavini Patel who is campaigning for the 12th Congressional District seat… pic.twitter.com/yLLSEDN9Jwn— Press Trust of India (@PTI_News) February 3, 2024nnnn23 अप्रैल को होने वाले प्राइमरी चुनाव के लिए भाविनी पटेल ने 3.10 लाख डॉलर से अधिक की राशि जुटाई है. उन्होंने कहा कि इसमें से मुश्किल से 70 प्रतिशत राज्य के अंदर से जुटाया गया है, जिसमें उन्हें लगभग 33 चयनित अधिकारियों की ओर से समर्थन भी मिला है. इनमें छोटे शहरों के मेयर्स समेत काउंसिल सदस्यों के नाम भी शामिल हैं. nअपनी वाशिंगटन यात्रा के दौरान भाविनी ने कहा था कि हमने लोगों से उनके घर जाकर एक-एक व्यक्ति से संपर्क किया. क्षेत्र के लोग ऐसे कैंपेन को समर्थन देने के लिए बहुत उत्साहित हैं जिसका उद्देश्य पेन्सिल्वेनिया को विकास के रास्ते पर लेकर जाना है. उन्होंने कहा कि इस जिले में रहने वाले समुदायों को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है जिनका समाधान करना बहुत जरूरी है. nnThis November – we have zero room for error.Unlike my opponent, I’m not afraid to stand with @JoeBiden, the most effective, progressive president in modern history. pic.twitter.com/04nwaLEf8yn— Bhavini Patel (@PatelForPA) January 29, 2024nnnnमां के संघर्ष पर बोली भाविनी nअपनी मां के संघर्ष को लेकर भाविनी पटेल ने कहा कि वह जब इस देश में आई थीं तब उनके पास कुछ भी नहीं था, उन्होंने अकेले मुझे और मेरे भाई को संभाला. मेरी मां ने बहुत बलिदान दिए, वह रेस्तरां में बर्तन धुलने से लेकर मोटल इंडस्ट्री तक कई तरह के काम किया करती थीं. बाद में उन्होंने वेस्टर्न पेन्सिल्वेनिया में फूड ट्रक का काम शुरू किया था, जिसका पिछले 25 साल से फूड ट्रक का संचालन कर रहा है. nभाविनी ने कहा कि हमारे फूड ट्रक का नाम ‘इंडिया ऑन व्हील्स’ है. हमारा एक फूड ट्रक पिट्सबर्ग यूनिवर्सिटी के कैंपस में था और दूसरा कॉर्नेगी मेलन यूनिवर्सिटी कैंपस में, इनमें उत्तर भारतीय खाना परोसा जाता है। कॉलेज से ग्रेजुएट होने वाली भाविनी पटेल अपने परिवार की पहली शख्स हैं जिन्हें ऑक्सफोर्ड से मास्टर्स डिग्री पूरी करने के लिए स्कॉलरशिप मिली थी, इसके बाद से वह सफलता की राह पर लगातार आगे बढ़ रही हैं. n

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