लोकसभा चुनाव की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं, 19 अप्रैल से 01 जून के बीच कुल सात चरणों में देश की 543 सीटों पर मतदान किए जाएंगे, जिसके परिणाम 4 जून को सामने आएंगे. लोकसभा चुनाव 2024 में 102 सीटों की पहले फेज की वोटिंग आज से शुरु हो चुकी है. nवहीं बिहार लोकतंत्र के आम चुनाव के पहले चरण में 4 सीटो के मतदान के प्रक्रिया की शुरुआत हो चुकी है. इन सभी सीटों पर कुल 38 उम्मीदवार है. जिनका फैसला करीब 76 लाख 01 हजार 629 मतदाता करेंगे. जमुई, नवादा, औरंगाबाद और गया सीटों पर जहां स्थानीय मुद्दों के साथ राष्ट्रीय स्तर के मुद्दों को ध्यान में रखकर लोग मतदान करने का मन बना चुके है. nमतदान के लिए किए गए इंतजाम nइस बार इन 4 सीटों पर करीब साढ़े 9200 के आसपास नए मतदाता है. जो पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग करने वाले है. 4 सीटों पर मतदान के लिए करीब 7903 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. साथ ही सभी मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के काफी सख्त इंतजाम किए गए है. nसुरक्षा के कई इंतजाम nECI द्वारा निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण चुनाव के लिए व्यापक इंतजाम एवं सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की गई है. चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने के लिए पर्याप्त मात्रा में अर्द्ध सैनिक बलों की तैनाती की गई है. पहले फेज के चुनाव को देखते हुए करीब 153 अर्धसैनिक बलों के कंपनियों को सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई है. nइन नेताओं ने आजमाई अपनी किस्मत nपहले फेज के चुनाव में चारों सीट अपने अनुसार से काफी महत्वपूर्ण हैं. वहीं जमुई और गया की सीट चर्चा का केंद्र है. इसकी मुख्य वजह जमुई से जहां हाल के समय में चिराग पासवान सांसद हैं. वहीं इसबार इन्होंने ने अपना सीट अपने बहनोई अरुण भारती को दिया है. जहां चिराग़ पासवान के लिए भी यह सीट सम्मान की बात बन चुकी हैं. इसके साथ ही गया सीट से बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी एनडीए गठबंधन की तरफ से चुनावी मैदान में हैं. जिनकी प्रतिष्ठा दाव पर लगी हुई है. वहीं इस सीट पर इंडिया गठबंधन की ओर से बिहार के पूर्व कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत राजद के सीट पर चुनाव लड़ रहे हैं.nबिहार में कुल 7 चरण में चुनाव nबिहार में कुल 7 चरणों में चुनाव होने वाले हैं. वहीं दूसरे चरण का चुनाव 26 अप्रैल को होगा. इसमें बिहार के किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, भागलपुर और बांका संसदीय क्षेत्र शामिल हैं. जहां पूर्णिया सीट पर बीते कुछ दिनों से काफी घमासान इंडिया महागठबंधन में देखने को मिला. कांग्रेस में शामिल पप्पू यादव इंडिया महागठबंधन की तरफ से अपने को उम्मीदवार मान रहे थे. जबकि आखिरी समय में राजद सुप्रीमो लालू यादव ने यह सीट बीमा भारती को दे दिया. जिसके बाद पप्पू यादव और लालू यादव परिवार के बीच विवादित बयान का दौर भी चला. वहीं आखिरकार पप्पू यादव निर्दलीय मैदान में जीत की हुंकार भरते हुए नजर आ रहे हैं.