TikTok अमेरिका में होगा बैन?, आखिर क्यों हो रहा है विवाद ?

टिकटॉक की दलील है कि ये कानून First Amendment (स्वतंत्र अभिव्यक्ति) के खिलाफ है। क्योंकि यह एकमात्र ऐप पर केंद्रित है और इसे विशेष रूप से निशाना बनाया गया है।
US Banned Tiktok VK News

वाशिंगटन, डीसी – अमेरिका में TikTok को लेकर चल रही इस गर्म बहस की शुरुआत हुई तब, जब 20 अप्रैल 2024 को यूएस हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स ने भारी बहुमत से (360-58) एक बिल पारित किया – Protecting Americans from Foreign Adversary Controlled Applications Act (PAFACA)। इस बिल के मुताबिक, ByteDance (TikTok का चीनी मूल कंपनी) को अपनी अमेरिकी इकाई को 270 दिनों के भीतर बेच देना होगा, वरना ऐप को अमेरिका में प्रतिबंधित कर दिया जाएगा ।

बाद में सीनेट में इस प्रस्ताव को मंजूरी मिली और 24 अप्रैल 2024 को राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इसे विधिवत कानून का दर्जा दे दिया । इसी के बाद से न सिर्फ सोशल मीडिया पर बल्कि जमीन पर भी लोगों में विवाद हो रहा है।

अधिनियम क्या कहता है?

PAFACA के मुख्य प्रावधान हैं:

  1. 270 दिन की डेडलाइन – टिकटॉक को ByteDance से डिवेस्ट करना होगा, अन्यथा ऐप को अमेरिकी डिजिटल प्लेटफॉर्म से हटा दिया जाएगा ।
  2. डेटा ट्रांसफर नियम – यूजर का डेटा अगर उसे अन्य प्लेटफॉर्म पर ले जाना हो तो वह आसान होना चाहिए ।
  3. बैन और जुर्माना – यदि टिकटॉक बिक्री नहीं करता, तो अमेरिकी ऐप स्टोर उसे बैन कर देंगे, साथ ही डिवाइसों पर भी ऐप या उसकी अपडेट्स ब्लॉक हो जाएंगी ।

अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता या राष्ट्रीय सुरक्षा?

टिकटॉक की दलील है कि ये कानून First Amendment (स्वतंत्र अभिव्यक्ति) के खिलाफ है। क्योंकि यह एकमात्र ऐप पर केंद्रित है और इसे विशेष रूप से निशाना बनाया गया है।

टिकटॉक की याचिका पहले अपील कोर्ट में गई थी, जहां 6 दिसंबर 2024 को ये कानून बनाए रखा गया। टिकटॉक ने इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दर्ज की ।

TikTok पर सुप्रीम कोर्ट में विवाद

सुप्रीम कोर्ट ने 17 जनवरी 2025 को ये माना कि राष्ट्रीय सुरक्षा प्राथमिक है और ये कानून पहले संशोधन का उल्लंघन नहीं करता । इसके बाद टिकटॉक को 19 जनवरी 2025 को ऐप स्टोर से हटाया गया था, लेकिन तत्कालीन राष्ट्रपति की घोषणा से इसे अस्थायी तौर पर 75 दिनों के लिए रोका गया, जो बाद में जून 2025 तक बढ़ा दिया गया ।

US Supreme Court VK News
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अब आगे की राह क्या है?

  • सुप्रीम कोर्ट की अंतिम सुनवाई – टिकटॉक अब constitutional challenge की दलीलें रख रहा है कि यह कानून विशेष तौर पर उस पर लागू नहीं होना चाहिए।
  • 670 दिन में divestment या ban – टिकटॉक को अपने डेटा और संचालन से US market को वियोजित करना होगा।
  • अमेरिका में संभवतः नए कानून – जैसे डेटा प्राइवेसी और निगरानी कानून – ताकि विदेशी डेटा संचालकों पर समान रूप से नियंत्रण हो सके।

TikTok बैन से अमेरिकी बाज़ार में बदलाव

  1. Meta (Facebook/Instagram) के लिए यह अच्छा अवसर है — उन्हें अनुमानित $2.5–3.4 बिलियन सालाना विज्ञापन राजस्व मिल सकता है ।
  2. YouTube और Snapchat भी उन प्लेटफॉर्म्स की सूची में शामिल हैं, जिनके शेयर व आय बढ़ सकते हैं ।
  3. राजनीतिक पहलू – यह कदम सामाजिक अंतर्विरोधों को उजागर करता है, जैसे अमेरिकी सांसदों का ये कहना कि टिकटॉक केवल एक ऐप नहीं, बल्कि चीन और विदेशी शासन से रक्षा का मुद्दा है ।

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टिकटॉक पर दुनिया की राय

  • ये मामला केवल टिकटॉक तक सीमित नहीं — इससे यह स्पष्ट होता है कि अन्य चीनी एप्लिकेशन (जैसे Shein, Temu) भी निगरानी सूची में हो सकते हैं ।
  • टिकटॉक विवाद दुनिया भर में ये सवाल खड़ा कर रहा है कि क्या डेटा और गोपनीयता अधिकारों को लेकर वैश्विक रूप से नए नियम आवश्यक हैं।
विवरण
बिल पास हाउस में 360-58 वोटों से PAFACA
समय सीमा 270+ दिन में बिक्री तय
मूल उद्देश्य ByteDance से टिकटॉक USA अलग करना
कानूनी सवाल First Amendment उल्लंघन
न्यायिक स्थिति सुप्रीम कोर्ट ने सुरक्षा प्राथमिक रखने का निर्णय दिया
बाज़ार प्रभाव Meta, YouTube, Snapchat लिए अवसर
वैश्विक संदेश डेटा, गोपनीयता और विदेशी नियंत्रित ऐप्स की नियामक आवश्यकता

टिकटॉक विवाद का महत्व

ये टिकटॉक मामले में केवल एक ऐप का प्रतिबंध नहीं हो रहा – ये राष्ट्रीय सुरक्षा बनाम व्यक्तिगत अभिव्यक्ति, गोपनीयता बनाम निगरानी, और आधुनिक तकनीक बनाम भू-राजनीतिक हितों का व्यापक द्वंद्व है।

अमेरिका ही नहीं, दुनिया भर में बड़े प्लेटफॉर्म इस पर नजर रख रहे हैं कि आखिर कैसे डेटा अधिकारों और विदेशी नियंत्रण में संतुलन बनता है।

क्या आपकी राय है? क्या टिकटॉक जैसा ऐप वैश्विक नियमों के दायरे में आना चाहिए? कमेंट करें और बने रहिए – क्योंकि यह बहस अभी खत्म नहीं हुई!


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