लद्दाख में मौजूदा BJP सांसद पार्टी के लिए परेशानी की वजह बन गए हैं. सांसद जामयांग त्सेरिंग नामग्याल को इस बार पार्टी ने लोकसभा का टिकट नहीं दिया है, जिसकी नाराजगी वह पार्टी के खिलाफ बगावत पर उतर रहे है. इस बार पार्टी ने लद्दाख से ताशी ग्यालसन को टिकट दिया है और इस पर समर्थकों के सामने नामग्याल ने नाखुशी जताई. nपार्टी पर उठाए सवाल nनामग्याल कहते है कि, ‘मेरे समर्थक लेह में पूरी ताकत और जोश के साथ इकट्ठा हुए हैं. वे इस नामांकन से खुश नहीं हैं.’ लोगों की इस प्रतिक्रिया पर नामग्याल ने पार्टी से सवाल किया और उसे चैलेंज किया कि क्या इस तरह की प्रतिक्रिया के साथ पार्टी अपनी सीट बरकरार रख पाएगी? उन्होंने कहा, ”मैं अपने समर्थकों के साथ बैठूंगा और आखिरी फैसला लिया जाएगा. मैं समर्थकों की भावनाओं पर विचार करूंगा और लद्दाख के हितों के लिए सामूहिक निर्णय लूंगा. लोग नामांकन स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं. nnnBJP के पोस्टर बॉय सांसद नामग्याल साल 2019 में अनुच्छेद 370 को खत्म करने के बाद अपने भाषणों से सुर्खियों में आए थे. उन्होंने पार्टी के सामने नामांकन का मुद्दा उठाते हुए कहा कि ‘मैंने पार्टी से पूछा कि क्या मैंने संसद में खराब प्रदर्शन किया है, पार्टी के रुख का उल्लंघन किया है, दुर्व्यवहार किया है या भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना किया है. यह मेरे लिए एक हैरान करने वाला फैसला था.’ नामग्याल ने पार्टी द्वारा लिए गए निर्णय का खुले तौर पर विद्रोह किया है. लेकिन साथ ही उन्होंने कहा कि वह फिलहाल पार्टी के साथ हैं और इसकी विचारधारा में यकीन रखते हैं. nलद्दाख में चुनाव nलद्दाख में 20 मई को पांचवें चरण को चुनाव होने है. बौद्ध-बहुल लेह और मुस्लिम-बहुल कारगिल जिलों वाले लद्दाख में वर्तमान में एक संसद सीट है. लद्दाख को 2019 में जम्मू और काशीर से अलग करके केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया था. केंद्र शासित प्रदेश के रूप में यह अपना पहला लोकसभा चुनाव देखेगा. लद्दाख सीट पर 182571 वोटर्स हैं. इनमें 91,703 पुरुष और 90,867 महिला मतदाता हैं.



