Chamoli Avalanche: उत्तराखंड के चमोली जिले के माणा में Border Roads Organisation (BRO) की एक परियोजना के दौरान Avalanche (हिमस्खलन) होने से 8 लोग अभी भी फंसे हुए हैं। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में 47 श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकाला जा चुका है।
PM Modi ने दिया हर संभव मदद का आश्वासन
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री Pushkar Singh Dhami ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन पर बात कर बचाव अभियान में केंद्र से पूरी सहायता देने का आश्वासन दिया।
SDMA के सचिव Vinod Kumar Suman ने बताया,“अब तक 47 मजदूरों को रेस्क्यू किया जा चुका है और बाकी बचे 8 लोगों की तलाश जारी है। हमें उम्मीद है कि जल्द ही उन्हें भी सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा।”
कैसे हुआ हादसा?
BRO माणा गांव से माणा दर्रे तक सड़क निर्माण परियोजना पर काम कर रहा था।
Workers को Construction Site पर स्नो क्लियरिंग ऑपरेशन के लिए Contractor ने नियुक्त किया था।
जब हिमस्खलन हुआ, उस वक्त सभी मजदूर अपने बंकरों में मौजूद थे।
हादसा शुक्रवार सुबह 7:15 बजे हुआ और 7:30 बजे से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया।
बचाव अभियान जारी, घायल अस्पताल में भर्ती
District Administration ने बताया कि अब तक
6 घायल मजदूरों को जोशीमठ के आर्मी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
3 श्रमिकों को ITBP अस्पताल से जोशीमठ अस्पताल में शिफ्ट किया गया।
सभी घायल Stable Condition में हैं।
28 NDRF जवानों की टीम भी मौके पर पहुंच चुकी है।
Chamoli के District Magistrate Sandeep Tiwari ने कहा,“अब मौसम साफ हो चुका है, जिससे रेस्क्यू मिशन तेज कर दिया गया है। हमें उम्मीद है कि जल्द ही फंसे हुए मजदूरों तक पहुंच बना लेंगे।”
बचाव कार्य में आ रही दिक्कतें
Low Visibility और Heavy Snowfall के कारण Rescue Operation में बाधा आ रही थी।
Extreme Cold Conditions में रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम देना मुश्किल हो रहा था।
CM Dhami का घटनास्थल का दौरा
मुख्यमंत्री धामी ने माणा में अधिकारियों से बात की और आज चमोली जाकर हालात का जायजा लेने की बात कही।
उन्होंने ट्वीट कर कहा,“PM मोदी ने राज्य में बर्फबारी और बारिश की स्थिति की पूरी जानकारी ली है और केंद्र सरकार से हर संभव सहायता देने का भरोसा दिलाया है।”
जनपद चमोली में माणा के निकट हुए हिमस्खलन क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण कर स्थिति का जायजा लिया।
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) March 1, 2025
इसके उपरांत अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिए जिससे राहत एवं बचाव कार्य शीघ्र और प्रभावी रूप से संचालित हो सके। हमारी सरकार प्रभावित श्रमिकों की सुरक्षा और सहायता हेतु तत्परता के साथ… pic.twitter.com/Lf2xFcsQsD
फंसे हुए मजदूरों का विवरण
14 मजदूर – बिहार
11 मजदूर – उत्तर प्रदेश
11 मजदूर – उत्तराखंड
7 मजदूर – हिमाचल प्रदेश
1-1 मजदूर – जम्मू-कश्मीर और पंजाब
10 मजदूर – नेपाल
अब जबकि Weather Conditions बेहतर हो रही हैं, Rescue Teams का फोकस बचे हुए 8 मजदूरों को जल्द से जल्द सुरक्षित निकालने पर है। NDRF, SDRF और BRO की टीमें लगातार ऑपरेशन में जुटी हुई हैं। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही सभी मजदूर सुरक्षित बाहर आ जाएंगे।