अकबर का वंश आज कहां है ?, प्रिंस याकूब हबीबुद्दीन तुसी कौन हैं ?

Akbar Family Tree VK News
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Akbar Family Tree : भारत में ऐतिहासिक वंशजों की चर्चा समय-समय पर होती रहती है, और मुगल सम्राट अकबर (Mirza Muhammad Akbar) के वंशज होने का दावा करने वाले प्रिंस याकूब हबीबुद्दीन तुसी (Prince Yakub Habeebuddin Tucy) भी इन्हीं में से एक हैं।

वो खुद को मुगल सम्राट अकबर का सीधा उत्तराधिकारी बताते हैं और कई बार इस दावे को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। लेकिन वे कौन हैं और उनका दावा कितना सटीक है, इस पर हमेशा बहस होती रही है।

कौन हैं प्रिंस याकूब हबीबुद्दीन तुसी?

प्रिंस याकूब हबीबुद्दीन तुसी का दावा है कि वे मुगल बादशाह अकबर के 13वें वंशज हैं। वे खुद को भारत के असली शाही वारिस बताते हैं और इसी आधार पर उन्होंने कई बार सरकार से विशेष अधिकारों की मांग भी की है। उनका परिवार मूल रूप से हैदराबाद का रहने वाला है, और वे अपने पूर्वजों की विरासत को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं।

अयोध्या मामले में क्या था इनका रुख?

याकूब हबीबुद्दीन तुसी तब सुर्खियों में आए जब उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का समर्थन किया। उन्होंने बाबरी मस्जिद विवाद में कहा था कि यदि वो मुगलों के असली उत्तराधिकारी हैं, तो उन्हें इस मामले में दखल देने का अधिकार है। उन्होंने खुद को बाबरी मस्जिद का ‘वारिस’ बताया और सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राम मंदिर निर्माण के पक्ष में बयान दिया।

क्या उन्होंने ताजमहल पर भी किया दावा?

याकूब तुसी ने कई बार ताजमहल को लेकर भी बयान दिए हैं। उन्होंने इसे मुगलों की संपत्ति बताते हुए दावा किया कि यदि वो अकबर के वंशज हैं, तो ताजमहल समेत कई ऐतिहासिक धरोहरों पर उनका अधिकार बनता है। हालांकि, उनके इस दावे को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई और इतिहासकारों ने भी इसे तर्कसंगत नहीं माना।

भारत सरकार से विशेष दर्जे की मांग

प्रिंस याकूब हबीबुद्दीन तुसी ने केंद्र सरकार से कई बार ‘शाही दर्जे’ (Royal Status) की मांग की है। उनका कहना है कि भारत में राजाओं और नवाबों के वंशजों को उचित सम्मान मिलना चाहिए। उन्होंने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर अपने पूर्वजों की विरासत को बचाने के लिए उचित कार्रवाई करने की अपील भी की है।

कितना मजबूत है उनका दावा?

इतिहासकारों और विशेषज्ञों के अनुसार, याकूब हबीबुद्दीन तुसी के दावों की कोई ठोस ऐतिहासिक प्रमाणिकता नहीं है। मुगल वंशजों को लेकर कई लोग अलग-अलग दावे करते हैं, लेकिन कोई भी आधिकारिक दस्तावेज इस बात की पुष्टि नहीं करता कि वे सच में अकबर के प्रत्यक्ष वंशज हैं।

प्रिंस याकूब हबीबुद्दीन तुसी हमेशा अपने बयानों और दावों के कारण चर्चा में रहते हैं। चाहे वो अयोध्या विवाद हो, ताजमहल पर दावा हो या फिर भारत सरकार से विशेष दर्जे की मांग, वे लगातार सुर्खियों में बने रहते हैं। हालांकि, ऐतिहासिक तथ्यों के आधार पर उनके दावे की पुष्टि नहीं हो सकी है। इसके बावजूद, वे अपने दावे को लेकर दृढ़ हैं और इसे सार्वजनिक मंचों पर उठाते रहते हैं।