Mustafabad Name Change: दिल्ली के मुस्तफाबाद का नया नाम क्या होगा?

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Mustafabad Name Change : दिल्ली के घनी Muslim population वाले मुस्तफाबाद विधानसभा क्षेत्र का नाम बदलने की चर्चाएं जोरों पर हैं। माना जा रहा है कि इसका नया नाम Shiv Vihar हो सकता है। इसको लेकर ruling party BJP के विधायक Mohan Singh Bisht ने बड़ा कदम उठाया है। वे शुक्रवार (28 मार्च) को Delhi Assembly में नाम परिवर्तन का प्रस्ताव पेश करने वाले हैं।

Budget Session में पेश होगा प्रस्ताव

दिल्ली विधानसभा के Budget Session में ये मुद्दा चर्चा का विषय बना हुआ है। कार्यसूची के अनुसार, Deputy Speaker Mohan Singh Bisht एक private member proposal पेश करेंगे। इस प्रस्ताव में निर्वाचन क्षेत्र के मतदाताओं की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए Mustafabad Assembly का नाम बदलकर Shiv Vihar Assembly करने की बात रखी जाएगी।

Election Campaign में किया था वादा

बताते चलें कि Mohan Singh Bisht ने February 2025 में Delhi Assembly Elections के प्रचार के दौरान कहा था कि मुस्तफाबाद में Hindu Population ज्यादा है और लोग इसका नाम Shiv Vihar या Shiv Puri रखना चाहते हैं। उन्होंने चुनावी रैलियों में वादा किया था कि अगर BJP की सरकार बनी, तो नाम परिवर्तन जरूर होगा।

मुस्तफाबाद उत्तर-पूर्वी दिल्ली का highly sensitive area माना जाता है, जहां February 2020 में विधानसभा चुनावों के तुरंत बाद communal riots भड़क गए थे। इस हिंसा में 50 से ज्यादा लोग मारे गए थे और क्षेत्र में काफी तनाव का माहौल बन गया था।

Mustafabad से जीते Mohan Bisht

इस बार के Delhi Assembly Elections में Mohan Singh Bisht ने मुस्तफाबाद सीट से जीत हासिल की है। इस सीट पर मुकाबला काफी triangular था क्योंकि AIMIM candidate Tahir Hussain, जो कि Delhi Riots 2020 के आरोपी भी हैं, चुनाव मैदान में थे। उनकी उम्मीदवारी से चुनाव दिलचस्प हो गया था।

67 वर्षीय Mohan Singh Bisht ने इस कड़ी टक्कर के बावजूद बाजी मार ली। वे पहले भी 1993 में Karawal Nagar seat से विधायक रह चुके हैं। इस बार BJP ने 70 में से 48 seats जीतकर दिल्ली की सत्ता में वापसी की है, जबकि AAP को सिर्फ 22 seats मिलीं और अब उसे विपक्ष में बैठना पड़ा है।

Mustafabad Name Change सियासत

मुस्तफाबाद का नाम बदलने की खबर से राजनीतिक बहस तेज हो गई है। BJP समर्थक इसे cultural identity का मुद्दा बता रहे हैं, जबकि AAP और विपक्षी दल इसे vote bank politics करार दे रहे हैं। देखना होगा कि Delhi Assembly में यह प्रस्ताव पास होता है या नहीं।

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