इजरायल और हमास के बीच लगभग-लगभग एक महीने से युद्ध जारी है. इस जारी जंग के चलते पूरी दुनिया दो धड़ों में बंट चुकी है. इस बीच इजरायल के एक मंत्री अमिहाई एलियाहू के एक बयान ने इस युद्ध की आग को और भड़का दिया है. हालांकि मंत्री के बयान की इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) ने निंदा की है.nमंत्री ने दावा किया था कि गाजा पट्टी पर परमाणु बम (Nuclear Bomb) गिराना इजरायल के विकल्पों में से एक है. इस तरह के बयानों का पीएम ने पूरी तरह से खंडन किया है. साथ ही यह भी कहा है कि इजरायल डिफेंस फोर्स निर्दोषों को नुकसान पहुंचाने से बचाने के लिए ‘अंतरराष्ट्रीय कानून के उच्चतम मानकों’ के अनुसार काम कर रहे हैं. nइस बीच देखा जाए तो फिलिस्तीन स्थित हमास आतंकवादियों के खिलाफ युद्ध तेज हो गया है. अब तक इस युद्ध में 10 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. इजरायल की ओर से गाजा पट्टी पर हमास के खिलाफ तेज किए गए हमलों पर पूछे जाने पर कि क्या गाजा पर परमाणु बम गिराया जा सकता है, मंत्री एलियाहू ने कहा था, “यह संभावनाओं में से एक है.” nप्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया पर अपने आधिकारिक हैंडल ‘एक्स’ पर लिखा- इस तरह की सभी संभावनाओं को खारिज करते हैं. ओत्ज़मा येहुदित (Otzma Yehudit) पार्टी के एक इजरायली मंत्री अमिहाई एलियाहू के शब्द वास्तविकता से अलग हैं. हम उच्चतम मानकों के अनुसार काम करने का सिलसिला जीत तक जारी रखेंगे.” nमंत्री ने क्या कहा था?nटाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के मुताबिक साक्षात्कार के दौरान एलियाहू ने गाजा निवासियों को “नाज़ी” कहते हुए पट्टी को मानवीय सहायता दिए जाने पर भी आपत्ति जताई. मंत्री के हवाले से कहा गया, “गाजा पट्टी में असंबद्ध नागरिकों जैसी “कोई चीज़ नहीं” है, जो दर्शाता है कि संघर्षग्रस्त क्षेत्र में रहने वाला हर कोई किसी न किसी तरह से हमास से जुड़ा हुआ है. nरिपोर्ट के अनुसार, इतामार बेन ग्विर की धुर दक्षिणपंथी पार्टी के एलियाहू सुरक्षा कैबिनेट का हिस्सा नहीं हैं. यह कैबिनेट युद्धकालीन निर्णय लेने में शामिल है. एलियाहू का हमास आतंकवादी समूह के खिलाफ युद्ध का निर्देश देने वाली कैबिनेट पर कोई प्रभाव नहीं है. मंत्री ने गाजा पट्टी पर दोबारा कब्जा करने और वहां बस्तियां बहाल करने का भी समर्थन किया. साक्षात्कार के दौरान जब उनसे पूछा गया कि गाजा के इजरायल में आने पर फिलीस्तीनियों का क्या होगा, एलियाहू ने कहा कि “गाजा में राक्षस” “आयरलैंड या रेगिस्तान” में जा सकते हैं और उन्हें खुद ही इसका समाधान ढूंढना चाहिए. nटाइम्स की रिपोर्ट के हवाले से इजरायली मंत्री ने यह भी कहा कि उत्तरी पट्टी को अस्तित्व में रहने का कोई अधिकार नहीं है. उन्होंने कहा कि फिलिस्तीनी या हमास का झंडा लहराने वाले किसी भी व्यक्ति को ”धरती पर रहना जारी नहीं रखना चाहिए.”