बिहार में जातिगत जनगणना के आंकड़े जारी होने के बाद आरक्षण का दायरा बढ़ाने की कवायद ने जोर पकड़ ली है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा में SC, ST और OBC वर्गों के लिए आरक्षण का दायरा 50 प्रतिशत से बढ़ाकर 65 प्रतिशत करने का प्रस्ताव पेश किया है. लेकिन इससे ज्यादा चर्चा हो रही है उनके जनसंख्या नियंत्रण पर दिए एक बयान की. nजनसंख्या नियंत्रण पर नीतीश ने कहा कि, जनसंख्या में कमी नहीं आएगी क्योंकि पुरुष जिम्मेदारी नहीं लेते हैं. जबकि, महिलाएं अशिक्षित हैं. लेकिन, वो ऐसी बात भी बोल गए जिस पर अब बवाल हो गया है. विपक्ष ने नीतीश पर अभद्र भाषा और राज्य की छवि खराब करने का आरोप लगाया है.nनीतीश कुमार ने कहा, ‘जो पुरुष है, उ तो रोज रात में जे शदिया (शादी) होता है उसके साथ करता है ना. तो उसी में और पैदा हो जाता है. और लड़की पढ़ लेती है. इ हमको मालूम था. ये करेगा ठीक है…’. इसके बाद उन्होंने इतनी असभ्य भाषा का इस्तेमाल किया कि, उसे हम लिख नहीं सकते. नीचे एक वीडियो लगी है, उसमें आप खुद देख लिजिए. देखने के बाद वापस आएं और पढ़ें कि, सीएम नीतीश कुमार के इस बयान पर दूसरे नेताओं ने क्या कहा है? nnथोड़ी तो मर्यादा रखिए जनाब pic.twitter.com/DZ9LK6YWcjn— Political Kida (@PoliticalKida) November 7, 2023nnnnनीतीश कुमार के बयान पर BJP ने तुरंत उनको घेर लिया. पार्टी के नेता तारकिशोर प्रसाद ने कहा, “देखिए उस बात को और अच्छे और बेहतर शब्दों में कहा जा सकता था.” बीजेपी विधायक निक्की हेम्ब्रोम ने कहा, “नीतीश जिस बात को कह रहे थे उसे मर्यादित तरीके से कहा जा सकता था. महिलाओं के प्रति उनकी नजर में कोई सम्मान नहीं है.”nवहीं, नीतीश ने अपने बयान को लेकर सवाल उठाए जाने पर सदन में कहा- “आप वार्ड और पंचायत वार आंकड़े की मांग कर रहे हैं. वो भी कह देंगे, जारी कर दिया जाएगा.”