लैंड फॉर जॉब मामले में लालू यादव की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं. ईडी ने राजद अध्यक्ष के करीबी अमित कात्याल को गिरफ्तार किया है. अमित कत्याल एक व्यवसायी हैं और एके इन्फोसिस्टम के प्रमोटर हैं. ये कंपनी भी जमीन के बदले नौकरी मामले में मनी लॉन्ड्रिंग में आरोपी है. कात्याल और एके इंफोसिस्टम जमीन घोटाले में ईडी और सीबीआई की जांच के दायरे में हैं.nईडी के अनुसार, कात्याल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो के करीबी सहयोगी होने के साथ-साथ मामले में लाभार्थी एके इंफोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड के पूर्व निदेशक भी हैं. ये कंपनी साउथ दिल्ली में न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी के एक पते पर रजिस्टर्ड है. आरोप है कि लालू के परिवार इस आवासीय इमारत का इस्तेमाल कर रहा था. nईडी ने मार्च में एक बयान में कहा था, “संपत्ति को कागज पर मेसर्स एबी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड और मेसर्स एके इंफोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड के कार्यालय के रूप में घोषित किया गया है, लेकिन इसका उपयोग विशेष रूप से तेजस्वी प्रसाद यादव द्वारा आवासीय परिसर के रूप में किया जा रहा है.nnEnforcement Directorate arrests promoter of AK Infosystem, Amit Katyal in alleged land for job case. According to ED, Katyal’s premises in Delhi’s New Friends Colony is declared as an office of AK Infosystem but is being used by RJD leader Tejashwi Yadav as residential…n— ANI (@ANI) November 11, 2023nnnnक्या है लैंड फॉर जॉब मामला?nबता दें कि, ये मामला साल 2004 से 2009 के बीच का है. तब लालू यादव रेल मंत्री हुआ करते थे. उसी दौरान इस मामले ने सुर्खियां बटोरीं थीं. लालू यादव पर नौकरी के बदले जमीन को लेने का आरोप लगाया गया है. आरोप ये भी है कि जो भी जमीनें ली गई वो लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी और बेटी मीसा भारती के नाम पर ली गई थी. इसके अलावा लालू यादव पर आरोप ये भी है कि उन्होंने रेलवे के अलग-अलग जोन में ग्रुप डी की नौकरी के बदले लोगों से जमीन ली थी.