Arvind Kejriwal के जेल जाने के बाद आम आदमी पार्टी AAP लगातार केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कई आरोप लगा रही है. पिछले कुछ दिनों से AAP मोदी सरकार पर केजरीवाल की हत्या करने का गंभीर आरोप लगा रही है. दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज का कहना है कि उन्हें धीमी मौत दी जा रही है उन्हें मारने की साजिश रची जा रही है और इसी लिए उन्हें जोक में इंसुलिन नहीं दिया जा रहा है. nप्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्र nअब इस मामले में एक सबूत सौरभ भारद्वाज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में पेश कर उन्होने एक पत्र दिखाया, जिसके माध्यम से उन्होने ये साबित करने की कोशिश की कि अरविंद केजरीवाल की हत्या का वास्तव में प्रयास हो रहा है. उन्होने प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक पत्र दिखाते हुए कहा कि मैं आज आपको कुछ ऐसा सबूत दिखाने जा रहा हूं जिससे सभी को यह पता चल जाएगा कि कैसे केंद्र सरकार एक चुने हुए मुख्यमंत्री को मारने की साजिश कर रही है. nn#WATCH | Delhi Minister & AAP leader Saurabh Bharadwaj says, “…Not only in India but many of the international media are witnessing how a central govt can conspire to kill an elected CM… The DG of Tihar jail yesterday wrote to AIIMS that we need a diabetologist, this exposed… pic.twitter.com/Uck1im79T7n— ANI (@ANI) April 21, 2024nnnnमोदी सरकार हुई एक्सपोज nतिहाड़ जेल के डीजी का पत्र दिखाते हुए उन्होने कहा कि मोदी सरकार आज सबके सामने एक्सपोज हो गई है. सैकड़ों मरीजों को इंसुलिन दिया जा रहा है लेकिन अरविंद केजरीवाल को नहीं दिया जा रहा है, क्योंकि सबको थोड़ी न मारना है, मारना तो बस अरविंद केजरीवाल को है. nक्य कहा तिहाड़ जेल के अधिकारियों ने? nलेकिन इस मामले में तिहाड़ जेल के अधिकारियों का कहना है कि अरविंद केजरीवाल ने गिरफ्तारी से कुछ महीनों पहले ही इंसुलिन का इंजेक्शन लगवाना बंद कर दिया था, जिसके बाद वह साधारण एंटी डायबिटिक मेडिसीन ले रहे थे. तिहाड़ जेल के महानिदेशक द्वारा शुक्रवार को जमा की गई रिपोर्ट के अनुसार मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य की जांच 10 अप्रैल और 15 अप्रैल को मेडिसिन के विशेषज्ञ द्वारा की गई थी, जिन्होंने मधुमेधु मेह रोधी दवाओं की सलाह दी थी. nयह कहना गलत है कि केजरीवाल को उपचार के किसी भी चरण में इंसुलिन देने से इनकार कर दिया गया था. अधिकारियों ने बताया कि इसमें जेल डिस्पेंसरी में इंसुलिन की पर्याप्त उपलब्धता है और इसे केजरीवाल को ‘जब कभी आवश्यकता होगी दिया जा सकता है, यानी अधिकारियों ने भी साफ कर दिया है कि उन्हें जरूरत के हिसाब से जिस भी दवा कि आवश्यकता होगी वो उन्हें दी जाएगी.



