Mahakumbh 2025: Bageshwar Dham Sarkar Dhirendra Shastri ने हाल ही में एक बयान दिया था कि Mahakumbh Stampede में जो लोग मारे गए हैं, उन्हें Moksha की प्राप्ति हुई है। उनके इस statement ने काफी सुर्खियां बटोरीं। अब इस पर Shankaracharya Avimukteshwaranand का जवाब आया है। उन्होंने साफ कहा कि Moksha इस तरह नहीं मिलता।
“Moksha सिर्फ मृत्यु से नहीं, संकल्प से मिलता है” – Shankaracharya
Shankaracharya Avimukteshwaranand ने कहा, “Moksha की प्राप्ति ऐसे नहीं होतीन जब कोई व्यक्ति संकल्प लेकर प्राण त्यागता है, तभी वो मोक्ष को प्राप्त करता है। बिना संकल्प और विधि के सिर्फ मौत हो जाने से Moksha नहीं मिलता।”
उन्होंने आगे कहा, “हमने इस मामले में पंडितों से बात की और शास्त्रों में खुद भी देखा। अगर कोई भीड़ में दबकर या accidentally मर जाता है, तो उसे Moksha नहीं मिलता। जो लोग stampede में मारे गए, वे ये संकल्प लेकर नहीं आए थे कि उन्हें मुक्ति चाहिए। अगर वे इस संकल्प से आते और फिर ऐसा होता, तो बात अलग होती।”
“Snan का पुण्य मिलेगा, लेकिन Moksha नहीं”
मीडिया से से बातचीत में Shankaracharya ने कहा, “Mahakumbh में जो लोग आए थे, वे Mouni Amavasya पर Ganga-Yamuna-Saraswati Triveni में pavitra snan करने आए थे। लेकिन stampede की वजह से वे स्नान भी नहीं कर पाए। इसका मतलब ये नहीं कि उन्हें Moksha मिल गया। हां, उन्हें snan का punya जरूर मिलेगा क्योंकि वे इसी संकल्प से आए थे। लेकिन उन्होंने ये संकल्प नहीं लिया था कि वे वहां शरीर छोड़ देंगे और उन्हें moksha मिल जाएगा।”
Dhirendra Shastri के बयान पर विवाद जारी
इस पूरे मुद्दे पर spiritual community में mixed reactions देखने को मिल रहे हैं। Dhirendra Shastri का statement जहां कुछ लोगों को सही लग रहा है, वहीं Shankaracharya ने इसे scriptures के खिलाफ बताया है। अब देखना यह होगा कि इस विवाद पर धर्मगुरु और क्या प्रतिक्रियाएं देते हैं।