Bihar अजब है गजब है। किसी ने किसी तरह की घटना के लिए बिहार अक्सर चर्चा में रहता है। लेकिन इस बार चर्चा का विषय बेहद गंभीर है। बिहार के Hajipur में एक ऐसा मामला सामने आया है। जिसने भी इस मामले को सुना वो हैरान रह गया। यहां शिक्षा विभाग ने एक पुरुष शिक्षक को गर्भवती मान लिया।
इतना ही नहीं गर्भवती होने के नाम पर पुरुष शिक्षक को पूरे 9 महीने की Maternity Leave भी दे दी गई। जी हां सही सुना आपने पूरे 9 महीने की छुट्टी मिल गई। ये चौंकाने वाली घटना हाजीपुर महुआ के उच्च विद्यालय हसनपुर ओसती की है। जहां BPSC शिक्षक जितेंद्र कुमार सिंह को महिला टीचर्स के लिए आरक्षित छुट्टी दे दी गई।
कैसे हुई ये गलती ?
ये मामला शिक्षा विभाग के पोर्टल E Shiksha Kosh में हुई गड़बड़ी का है। पोर्टल में गलती से जितेंद्र कुमार सिंह को Pregnant दिखाकर Maternity Leave मंजूर कर दी गई। हैरानी की बात ये है कि ये छुट्टी मंजूर होकर वेबसाइट पर अपलोड भी कर दी गई।
शिक्षा विभाग की सफाई
प्रखंड शिक्षा अधिकारी अर्चना कुमारी ने इस गलती को स्वीकार करते हुए कहा, “ये पोर्टल की टेक्निकल गलती है। पुरुष टीचर को Maternity Leave नहीं दी जाती। जल्द ही इस त्रुटि को ठीक किया जाएगा।”
घटना पर उड़ा शिक्षा विभाग का मजाक
पुरुष शिक्षक जितेंद्र कुमार सिंह को Maternity Leave मिलने की खबर वायरल होते ही सोशल मीडिया और शिक्षा विभाग में ये मजाक का बड़ा कारण बन गया। इस घटना के बाद बाकी पुरुष शिक्षक नाराज हैं और इसे विभाग की बड़ी लापरवाही बता रहे हैं। वहीं, दूसरी तरफ ये घटना जितेंद्र कुमार का मजाक उड़ाने का बहाना भी बन गई है।
सिर्फ महिलाओं के लिए Maternity Leave
बता दें कि Maternity Leave सिर्फ महिला शिक्षकों को दी जाती है, जो बच्चे को जन्म देने वाली होती हैं। ऐसे में पुरुष शिक्षक को ये छुट्टी मिलना शिक्षा विभाग की गंभीर चूक को उजागर करता है। कई राज्यों में महिला कर्मचारी के गर्भवती होने पर इस तरह की छुट्टी दी जाती हैं। इतना ही नहीं अब तो प्राइवेट कंपनियां भी अपने कर्मचारियों के लिए इस तरह की छुट्टियां दे रहे हैं।
इस घटना ने सिर्फ बिहार शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली ही नहीं, बल्कि देश के बाकी राज्यों के लिए चेतावनी दी है। भले ही विभाग ने इसे Technical Error बताया हो, लेकिन इस चूक ने विभाग की साख पर बट्टा लगाया है। अब देखना ये होगा कि इस तरह की गलतियों को भविष्य में कैसे रोका जाएगा।