
Operation Sindoor में 600 आतंकी ढेर, पहलगाम हमले का बदला
ऑपरेशन सिंदूर को बेहद सटीक और योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया गया। Indian Forces ने इस बात का पूरा ध्यान रखा कि हमला सिर्फ और सिर्फ आतंकवादियों के ठिकानों पर हो

ऑपरेशन सिंदूर को बेहद सटीक और योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया गया। Indian Forces ने इस बात का पूरा ध्यान रखा कि हमला सिर्फ और सिर्फ आतंकवादियों के ठिकानों पर हो

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने स्पष्ट कहा कि: “अगर भारत और पाकिस्तान चाहें, तो हम हर प्रकार की कूटनीतिक पहल का समर्थन करने को तैयार हैं जो शांति और स्थिरता सुनिश्चित करे।

हाल ही में एक जनसभा के दौरान CM Bhagwant Mann ने कहा, “अगर कोई सरकारी अफसर आपसे रिश्वत मांगे, तो आप मुझे सीधे बताएं। मैं खुद कार्रवाई करूंगा।”

अभी तक ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि वो पाकिस्तानी जवान भारतीय सीमा में कैसे पहुंचा। क्या वो गलती से सीमा लांघ गया, या फिर इसके पीछे कोई खास रणनीति है — इस बारे में जांच की जा रही है।

पहलगाम में 22 अप्रैल को हुआ आतंकी हमला न सिर्फ जम्मू-कश्मीर बल्कि पूरे देश की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़ा करता है। इस हमले में सुरक्षाबलों को निशाना बनाया गया था। इसके बाद भारत सरकार ने एक के बाद एक कई सख्त कदम उठाए हैं।

22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए इस आतंकी हमले को पिछले कई सालों में सबसे घातक हमला माना जा रहा है। आतंकियों ने निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाया, जिसमें 27 लोगों की मौत हो गई और कईं घायल हुए।

करीब तीन महीने पहले बेसिक शिक्षा विभाग ने इस मामले की गहराई से जांच करवाई थी, जिसके बाद तहसीलदार सदर द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट में ये स्पष्ट हो गया कि शुमायला ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी प्राप्त की थी।

भारत से जाने वाले सामान के बहिष्कार से पाकिस्तान को कितना आर्थिक झटका लगेगा? जानिए भारतीय नागरिक किस तरह से कर सकते हैं असरदार विरोध।

पहलगाम हमले के बाद भारत ने 1960 की सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया। इसके तहत अब भारत पाकिस्तान को नदियों के प्रवाह, बाढ़ की चेतावनी या ग्लेशियर पिघलने की जानकारी देने के लिए बाध्य नहीं है।

श्यामलाल ने अपने नए धार्मिक जीवन की शुरुआत करते हुए दरगाह परिसर में सुंदरकांड का पाठ करवाया, जहां पहले कव्वालियां गाई जाती थीं। इस मौके पर पार्षद जीतू यादव और बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहे।

ऑपरेशन सिंदूर को बेहद सटीक और योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया गया। Indian Forces ने इस बात का पूरा ध्यान रखा कि हमला सिर्फ और सिर्फ आतंकवादियों के ठिकानों पर हो

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने स्पष्ट कहा कि: “अगर भारत और पाकिस्तान चाहें, तो हम हर प्रकार की कूटनीतिक पहल का समर्थन करने को तैयार हैं जो शांति और स्थिरता सुनिश्चित करे।

हाल ही में एक जनसभा के दौरान CM Bhagwant Mann ने कहा, “अगर कोई सरकारी अफसर आपसे रिश्वत मांगे, तो आप मुझे सीधे बताएं। मैं खुद कार्रवाई करूंगा।”

अभी तक ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि वो पाकिस्तानी जवान भारतीय सीमा में कैसे पहुंचा। क्या वो गलती से सीमा लांघ गया, या फिर इसके पीछे कोई खास रणनीति है — इस बारे में जांच की जा रही है।

पहलगाम में 22 अप्रैल को हुआ आतंकी हमला न सिर्फ जम्मू-कश्मीर बल्कि पूरे देश की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़ा करता है। इस हमले में सुरक्षाबलों को निशाना बनाया गया था। इसके बाद भारत सरकार ने एक के बाद एक कई सख्त कदम उठाए हैं।

22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए इस आतंकी हमले को पिछले कई सालों में सबसे घातक हमला माना जा रहा है। आतंकियों ने निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाया, जिसमें 27 लोगों की मौत हो गई और कईं घायल हुए।

करीब तीन महीने पहले बेसिक शिक्षा विभाग ने इस मामले की गहराई से जांच करवाई थी, जिसके बाद तहसीलदार सदर द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट में ये स्पष्ट हो गया कि शुमायला ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी प्राप्त की थी।

भारत से जाने वाले सामान के बहिष्कार से पाकिस्तान को कितना आर्थिक झटका लगेगा? जानिए भारतीय नागरिक किस तरह से कर सकते हैं असरदार विरोध।

पहलगाम हमले के बाद भारत ने 1960 की सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया। इसके तहत अब भारत पाकिस्तान को नदियों के प्रवाह, बाढ़ की चेतावनी या ग्लेशियर पिघलने की जानकारी देने के लिए बाध्य नहीं है।

श्यामलाल ने अपने नए धार्मिक जीवन की शुरुआत करते हुए दरगाह परिसर में सुंदरकांड का पाठ करवाया, जहां पहले कव्वालियां गाई जाती थीं। इस मौके पर पार्षद जीतू यादव और बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहे।



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