मंगलवार (23 अप्रैल) देर शाम चंडीगढ़ के सेक्टर-23 में CBI ने बड़ी कार्रवाई की। यहां एक सुनार की दुकान के पास CBI ने हरियाणा पुलिस के एक इंस्पेक्टर 5 लाख रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। CBI ने इस दौरान पुलिसकर्मी के साथ साथ उसके साथी को भी गिरफ्तार किया।
आरोप है कि, पुलिसकर्मी ने 30 लाख रुपये की डिमांड की थी। इसी 30 लाख रुपये की ये 5 लाख रुपये पहली किस्त के रूप में दिए जा रहे थे। ये रिश्वत शिकायतकर्ता के खिलाफ एक केस को दबाने की एवज में मांगी गई थी।
CBI का Operation
CBI ने शिकायत मिलने के बाद प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट-7 और 8 सहित अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज किया। लिखित शिकायत के आधार पर CBI ने ट्रैप लगाकर दोनों आरोपियों को पकड़ा।
रिश्वत की मांग: आरोपी इंस्पेक्टर, जो हरियाणा पुलिस के साइबर क्राइम विभाग में तैनात है, ने एक शिकायतकर्ता से केस दर्ज न करने के एवज में 30 लाख रुपये मांगे थे।
CBI की कार्रवाई: ट्रैप के दौरान, आरोपी इंस्पेक्टर और उसका साथी 5 लाख रुपये लेने के लिए चंडीगढ़ सेक्टर-23 में ज्वेलरी शॉप के पास पहुंचे। जैसे ही पैसे लिए गए, CBI की टीम ने दोनों को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया।
CBI कोर्ट में पेशी
CBI ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ केस दर्ज किया। आज उन्हें CBI कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा। रिमांड के दौरान उनसे पूछताछ में रिश्वत के पूरे मामले की गहराई से जांच की जाएगी।
बता दें कि ये मामला पहले विजिलेंस के पास विचाराधीन था, लेकिन कुछ समय पहले ही इसे CBI को सौंपा गया। शिकायतकर्ता ने इंस्पेक्टर द्वारा रिश्वत की मांग की शिकायत दर्ज कराई थी।
ये घटना सरकारी अधिकारियों द्वारा पावर के दुरुपयोग और भ्रष्टाचार की समस्या को उजागर करती है। CBI की इस कार्रवाई ने भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाने का एक उदाहरण पेश किया है। इस तरह की कार्रवाई भ्रष्टाचार को रोकने के लिए कारगर साबित रही है।