उत्तराखंड के बॉर्डर डिस्ट्रिक्ट चमोली में BRO के 41 मजदूर हिमस्खलन (Avalanche) में फंस गए हैं। इस सिचुएशन में NDRF ने तुरंत रिस्पॉन्स देते हुए 4 टीमों को रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए भेजा है।
NDRF का बड़ा एक्शन
NDRF चीफ (DG) पीयूष आनंद ने बताया कि चार और यूनिट्स को Standby पर रखा गया है ताकि जरूरत पड़ने पर उन्हें भी तुरंत डिप्लॉय किया जा सके। उन्होंने कहा,
“Rescue Mission Actively चल रहा है और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने Immediate Response के निर्देश दिए हैं।”
उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर फटने के संदर्भ में मुख्यमंत्री श्री @pushkardhami जी, DG ITBP और DG NDRF से बात की। हादसे में फँसे लोगों को सुरक्षित निकालना हमारी प्राथमिकता है।
— Amit Shah (@AmitShah) February 28, 2025
स्थानीय प्रशासन बचाव कार्यों में पूरी तत्परता से लगा हुआ है। NDRF की दो टीमें भी जल्द ही घटना स्थल पर…
देहरादून और जोशीमठ से टीमों की तैनाती
अधिकारियों के अनुसार, इन चार टीमों में से दो को देहरादून के Regional Response Centre (RRC) से और बाकी दो को जोशीमठ से भेजा गया, जहां वे पहले से एक ट्रेनिंग ड्रिल में एंगेज थे।
BRO Workers का Current Status
Border Roads Organisation (BRO), जो भारतीय सेना के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट में काम करता है, उसके 57 लेबरर्स इस हिमस्खलन की चपेट में आए।
- अब तक 16 मजदूरों को सेफ्टी के साथ बाहर निकाला गया है।
- 4 वर्कर्स की कंडीशन क्रिटिकल बताई जा रही है।
- CM पुष्कर सिंह धामी ने रेस्क्यू ऑपरेशन की मॉनिटरिंग तेज करने के निर्देश दिए हैं।
ITBP और सेना की भी मदद
बॉर्डर एरिया माणा गांव (बद्रीनाथ) में BRO के वर्कर्स एक कैम्प कंस्ट्रक्शन में बिजी थे, जब यह Avalanche Tragedy हुई। CM धामी ने कन्फर्म किया कि ITBP और इंडियन आर्मी के जवान भी रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे हैं।