Chief Imam Umer Ahmed Ilyasi : अगर आज आपसे कोई पूछे कि भगवान श्री कृष्ण का वंशज आज कहां है? तो शायद आप कुछ देर के लिए सोच में पड़ जाएं। बहुत से लोगों के पास इसका कोई ठोस जवाब नहीं होगा। लेकिन हाल ही में एक ऐसा चौंकाने वाला दावा सामने आया है, जिसे सुनकर न सिर्फ लोग हैरान हैं बल्कि social media पर भी इसकी जबरदस्त चर्चा हो रही है।
ये दावा किसी आम व्यक्ति ने नहीं बल्कि भारत के चीफ इमाम उमर अहमद इलियासी (Chief Imam Umer Ahmed Ilyasi) ने किया है। उन्होंने कहा है कि वे खुद भगवान श्री कृष्ण के वंशज हैं। जी हां, आपने सही सुना। भारत के चीफ इमाम ने खुद को श्रीकृष्ण जी के वंश से बताया है और इसके पीछे उन्होंने पूरे इतिहास का जिक्र भी किया।
इस्लाम में जबरन धर्म परिवर्तन जायज ? (Conversion to Islam in Muslim law)
दरअसल, उमर अहमद इलियासी एक podcast interview में शामिल हुए थे। वहां उनसे पूछा गया कि क्या इस्लाम धर्म में जबरन धर्म परिवर्तन कराया जाता है? इस पर उन्होंने बहुत संतुलित और सोच-समझकर जवाब दिया। उन्होंने कहा, “किसी भी धर्म में जबरन धर्म परिवर्तन करना नाजायज है। ये न इस्लाम में जायज है और न किसी भी धर्म में।”
इसके साथ ही उन्होंने जो सबसे बड़ी बात कही, वो ये थी कि “मैं खुद श्री कृष्ण का वंशज हूं और मुझे इस पर गर्व है।”
राजा समरपाल सिंह और राजा नाहर सिंह का ज़िक्र
उमर अहमद इलियासी (Chief Imam Umer Ahmed Ilyasi) ने कहा कि उनके पूर्वज राजा समरपाल सिंह थे और उनके बाद राजा नाहर सिंह हुए, जिन्होंने मुगलों और बाबर के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी। उन्होंने आगे बताया कि समय के साथ उनका वंश इस्लाम धर्म में चला गया और उनके वंशज राजा हसन खान ने इस्लाम को अपनाया।
उमर इलियासी ने कहा, “हमारे पूर्वज कभी बदल नहीं सकते, धर्म बदल सकता है लेकिन वंश नहीं। चाहे हम किसी भी religion को अपना लें, लेकिन हमारी roots वहीं रहती हैं।”* उन्होंने एक example देते हुए कहा, “अगर आज आप मिश्रा हैं और आपका कोई बच्चा आगे चलकर इस्लाम अपना लेता है, तो भी आप ही उसके पूर्वज कहलाएंगे।”
Social Media पर मचा बवाल
Chief Imam उमर इलियासी ((Chief Imam Umer Ahmed Ilyasi)) का ये बयान आते ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। कई लोग इस पर positive reactions दे रहे हैं तो कुछ लोग इसे पूरी तरह से खारिज भी कर रहे हैं।
एक यूजर ने लिखा, “इमाम साहब ने बिल्कुल सही कहा, भारत में पहले सभी सनातनी थे, मुगलों के समय में मजबूरी में या स्वेच्छा से धर्म परिवर्तन हुआ। लेकिन वंश तो वही रहा।”
वहीं कुछ लोगों ने इलियासी के दावे पर सवाल उठाते हुए कहा कि “श्री कृष्ण का वंश कभी इस्लाम धर्म नहीं अपना सकता।” कुछ लोगों ने ये भी कहा कि एक धार्मिक नेता होने के नाते उन्हें इस तरह के बयान देने से बचना चाहिए।
श्री कृष्ण का वंश कहां है? (Krishna Vanshavali History)
इतिहासकारों की मानें तो भगवान श्रीकृष्ण यदुवंशी थे। उनका वंश ‘यदुवंश’ कहलाता है। महाभारत युद्ध के बाद यदुवंश के अधिकांश लोग या तो युद्ध में मारे गए या द्वारका नगर के जलमग्न होने के बाद इधर-उधर बस गए। कुछ स्रोतों में ये भी कहा गया है कि श्रीकृष्ण के पुत्र सम्ब और अन्य वंशज हिमालय क्षेत्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, और राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में बस गए।
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कुछ समुदाय जैसे अहीर, यादव, राजपूतों की कुछ शाखाएं खुद को यदुवंशी कहती हैं। हालांकि, इस बात को साबित करना कि आज कौन वाकई श्रीकृष्ण का प्रत्यक्ष वंशज है – ये बहुत जटिल और विवादास्पद विषय है।
क्या उमर अहमद इलियासी का दावा सही है?
इस पर फिलहाल कोई भी इतिहासकार या आधिकारिक स्रोत कुछ कहने की स्थिति में नहीं है। लेकिन उमर इलियासी का कहना है कि उनका उद्देश्य सिर्फ ये बताना था कि धर्म अलग हो सकता है, लेकिन पूर्वजों की पहचान नहीं बदली जा सकती।
Chief Imam Umer Ahmed Ilyasi का ये बयान एक नई सोच को जन्म देता है – एकता की सोच, जहां धर्म से ऊपर हमारी shared heritage को रखा गया है। अब सवाल ये उठता है – क्या आपको लगता है कि श्री कृष्ण का वंश आज भी किसी न किसी रूप में ज़िंदा है? और क्या उमर इलियासी का दावा सच हो सकता है?