डॉ. मनमोहन सिंह का प्रधानमंत्री कार्यकाल (2004-2014) भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था के लिए एक बेहद अहम दशक था। अपनी सादगी, विद्वान और आर्थिक सुधारों के लिए पहचाने जाने वाले Dr. Manmohan Singh ने देश को एक नई दिशा देने का प्रयास किया।
Achievements: आर्थिक सुधार और Growth Story
डॉ. मनमोहन सिंह का कार्यकाल भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए कई मायनों में Game Changer माना जाता है।
High GDP Growth: 2004-2008 के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था ने 8-9% की औसत वृद्धि दर हासिल की।
FDI को बढ़त: भारत में Foreign Direct Investment को बढ़ावा मिला, जिससे निवेश और नौकरियों के नए अवसर बने।
मनरेगा (MGNREGA): ये योजना ग्रामीण भारत के लिए एक Lifeline साबित हुई, जिससे करोड़ों लोगों को रोजगार मिला।
RTI Act: सूचना का अधिकार लागू कर Governance में Transparency बढ़ाई।
Landmark Reforms और Initiatives
India-US Nuclear Deal : डॉ. मनमोहन सिंह ने 2008 में India-US Civil Nuclear Agreement को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। ये डील भारत की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए महत्वपूर्ण मानी गई।
शिक्षा और स्वास्थ्य:
Right to Education (RTE): शिक्षा को हर बच्चे का अधिकार बनाकर एक बड़ा सामाजिक बदलाव लाया।
National Rural Health Mission (NRHM): ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार पर जोर दिया गया।
Criticism और Challenges
Corruption Scandals: डॉ. मनमोहन सिंह के कार्यकाल में 2G Spectrum Scam, Commonwealth Games Scam और Coalgate जैसे बड़े घोटाले सामने आए, जिन्होंने उनकी सरकार की Credibility को नुकसान पहुंचाया।
Policy Paralysis: दूसरे कार्यकाल के अंतिम वर्षों में Policy Decisions को लेकर सरकार पर सुस्ती का आरोप लगा।
Economic Slowdown: 2012-2014 के बीच Growth Rate में गिरावट, बढ़ती महंगाई और Rupee Depreciation ने उनकी सरकार को आलोचना के केंद्र में ला दिया।
डॉ. मनमोहन सिंह की Legacy
डॉ. मनमोहन सिंह का कार्यकाल एक मिश्रित कहानी है। एक ओर उनकी Economic Vision ने भारत को Global Stage पर नई पहचान दिलाई, तो दूसरी ओर घोटालों और नेतृत्व की कमजोर छवि ने उनकी आलोचना को बढ़ावा दिया।
उनकी Legacy को आज भी उनके Calm और Knowledgeable Leadership के लिए याद किया जाता है। हालांकि घोटालों की छाया से उनकी छवि धूमिल हुई, लेकिन भारत को आर्थिक रूप से मजबूत करने में उनकी भूमिका को अनदेखा नहीं किया जा सकता।