गाजियाबाद : उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से बेहद शर्मनाक मामला सामने आया है। यहां एक मोहल्ले में एक 7 साल की बच्ची की रेप के बाद हत्या कर दी। हत्या का आरोप बच्ची के पिता पर लगा है। पहले आरोपी ने अपनी पड़ोसन पर कढ़ी में जहरीला पदार्थ खिलाने का आरोप लगाया था।
शुरुआत में ये माना जा रहा था कि बच्ची ने पड़ोस में बनी कढ़ी खाने के बाद फूड पॉइजनिंग से अपनी जान गंवाई। लेकिन पुलिस की जांच में इस मामले का एक हैरान कर देने वाला पहलू सामने आया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद पता चला कि बच्ची की मौत फूड पॉइजनिंग से नहीं, बल्कि उसके पिता द्वारा किए गए यौन शोषण और गला दबाकर हत्या करने से हुई है।
इस मामले में पुलिस ने बच्ची के पिता को गिरफ्तार कर लिया है। ACP अजय कुमार सिंह ने बताया कि आरोपी ने कबूला है कि उसने 12 मार्च को अपनी बेटी को छत पर ले जाकर उसके साथ रेप किया और फिर उसका गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद उसने पूरे मामले को छिपाने के लिए पड़ोस में रहने वाली एक महिला पर कढ़ी खिलाने का आरोप लगा दिया।
पोस्टमार्टम में रेप के बाद हत्या की पुष्टि
बच्ची की मौत के बाद पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम कराया। रिपोर्ट में सामने आया कि बच्ची की मौत यौन शोषण के बाद गला दबाने से हुई थी। इसके बाद पुलिस ने परिवार के अन्य सदस्यों, जिनमें मां और अन्य बच्चे शामिल थे, से पूछताछ की। पूछताछ के दौरान पिता का ये कुकृत्य सामने आया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
13 मार्च की सुबह आरोपी ने ये बात फैलाई कि उसके बच्चे पड़ोस की महिला द्वारा दी गई कढ़ी खाने के बाद बीमार हो गए। इसके बाद वो मृत बच्ची को लेकर एक झोलाछाप डॉक्टर के पास गया, जहां बच्ची की मौत की पुष्टि हुई। फिर वो उसे DTB अस्पताल ले गया, जहां डॉक्टरों ने पोस्टमॉर्टम की सलाह दी। हालांकि, आरोपी शव को वापस घर ले आया और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा, जहां से सच्चाई सामने आई।
आरोपी पिता गिरफ्तार
पुलिस ने आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया है और उसे जेल भेज दिया गया है। वहीं, पड़ोस की महिला, जिसे गलत आरोप में गिरफ्तार किया गया था, को अब रिहा करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इस मामले ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। लोग बच्ची की निर्मम हत्या और उसके पिता के कृत्य पर सदमे में हैं।
ये मामला एक बार फिर समाज में बढ़ रहे ऐसे जघन्य अपराधों की ओर इशारा करता है, जहां निर्दोष बच्चों की जिंदगी खतरे में पड़ जाती है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई की है और आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई जारी रखी है। अब ये उम्मीद की जा रही है कि पीड़ित बच्ची को न्याय मिलेगा और ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई होगी।