Heat Stroke Alert – जानिए कब तक चलेगी लू, क्या है बचाव?

अभी कम से कम 10–15 दिवस तक इस उष्णकटिबंधीय व लू से उत्तर भारत प्रभावित रहेगा। लेकिन इस दौरान सावधानी बरतने की सख्त जरूरत है। मौसम विभाग की चेतावनियों का ध्यान रखते रहें।
Heat Stroke Alert VK News

नई दिल्ली – उत्तर भारत—विशेषकर दिल्ली‑एनसीआर, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश—इन दिनों असामान्य गर्मी की चपेट में है। तापमान लगातार 45 डिग्री सेल्सियस के पार जा रहा है और Heat Stroke Alert जारी हो चुका है। मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार ये लू पिछले कई दशकों की सबसे तेज लू मानी जा रही है।

पिछले दिनों का तापमान रुझान:

  • अधिकतम तापमान: 44 °C–46 °C
  • रात का तापमान: 30 °C से ऊपर
  • उमस और तेज धूप ने स्थिति और बिगाड़ी है

सुलभ इंटरनेट रिपोर्ट और मौसम डेटा बताते हैं कि ये संकट अगले 1–2 हफ्ते तक बना रह सकता है।

लू कब तक चलेगी? (Heat Stroke Alert)

मौसम विभाग के अनुमान के अनुसार:

  • Heat Stroke की मुख्य अवधि: मई से जून तक
  • वर्तमान स्थिति धीमी गति से आगे बढ़ रही है, हल्की राहत तब मिलेगी जब मानसून की आहट आएगी (जून अंत से जुलाई तक)

यानी अभी कम से कम 10–15 दिवस तक इस उष्णकटिबंधीय व लू से उत्तर भारत प्रभावित रहेगा। लेकिन इस दौरान सावधानी बरतने की सख्त जरूरत है। मौसम विभाग की चेतावनियों का ध्यान रखते रहें। बिना जरुरी काम के घर से बाहर न निकलें और ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थों का सेवन करते रहें। सबसे अहम बात ये है कि, Heat Stroke को हल्के में न लें।

लू कितनी खतरनाक होती है? (How Dangerous is Heat Stroke ?)

लू केवल मौसम का झटका नहीं, बल्कि मानव स्वास्थ्य पर गंभीर असर डालने वाली प्राकृतिक आपदा है:

  1. डिहाइड्रेशन (पानी की कमी) – पसीना अधिक निकलने से शरीर में पानी की कमी होती है
  2. हीट स्ट्रोक – शरीर का तापमान 40°C से ऊपर जाने पर कोमा या पारा से मौत तक
  3. गर्मी का अतालता – चक्कर आना, उल्टी, चिड़चिड़ापन
  4. तनाव और थकान – शरीर और दिमाग की क्षमता प्रभावित
  5. हृदय व श्वसन संबंधी रोग बढ़ना

विशेष रूप से कमजोर वर्ग (बूढ़े, बच्चे, गर्भवती महिलाएं, पुरानी बीमारियां) Heat Stroke से अधिक प्रभावित होते हैं।

लू से बचने के उपाय

1. हाइड्रेशन सुनिश्चित करें

  • दिनभर 8–10 गिलास पानी लें
  • नमक–चावल–सल्ट सोल्युशंस (ORS) की तासीर रखें
  • तरबूज, खरबूजा, आम पन्ना, शरबत पीएं

2. ठंडे आहार और तरल खाएं

  • खीरा, मूली, गाजर, लौकी जैसी हरी सब्जियां लें
  • दही, छाछ, लसी शरीर को ठंडा रखते हैं
  • मिठास: खट्टा मिक्चर होने के कारण इम्यूनिटी में सुधार
  • खट्टा निम्बू–काला नमक–चाट मसाला फिर से ऊर्जा देता है

3. रात का भोजन हल्का करें

  • दाल–चावल, उपमा, खिचड़ी खाने से पाचन बेहतर होता है
  • फ्रायिंग, तला हुआ, मसालेदार भोजन से दूर रहें

4. सूरज से बचाव

  • बाहर निकलें सुबह 8 बजे से पहले या शाम 5 बजे के बाद
  • धूप में संरक्षित रूप से निकलें: छाता, टोपी, चश्मा, हल्के रंग की ढीली कपड़ों का इस्तेमाल करें
  • अपनी ऊपरी लिपस्टिक / गमछा से चेहरा ढकें

5. शरीर को ठंडा रखें

  • चेहरा, गर्दन, बगलें, पैरों के तलवे गीले कपड़े से छोटी-छोटी पोटियां करें
  • पंखा + नम कपड़ा से तापमान अल्पलाभकारी रूप से कम होता है

6. स्ट्रीट एक्टिविटी सीमित करें

  • बाल टीकट/स्कूल या कार्यालय में लंच शिफ्ट करें
  • *तरबूज व सब्जियों को]int)< हातकाटा
  • कार्यस्थलों पर ठंडा पानी व पंचर सुनिश्चित रखें

7. हीट स्ट्रोक लक्षण जानें

  • तेज़ सिरदर्द, सीमित मूवमेंट, सांस लेने में कठिनाई
  • यदि बुखार, उल्टी, बेहोशी, रिपोर्ट दिखे तो तुरंत नजदीकी नैजेड क्लीनिक या ईमरजेंसी जाएं

ज्यादा देर AC में रहने के नुकसान

Heat Stroke के दिनों में AC गर्मी में राहत जरूर देती है लेकिन overuse से शरीर कमजोर हो सकता है:

  1. शरीर की क्षमता कम हो जाती है – तापमान का सामना करने की ताकत कमजोर होती है
  2. डिहाइड्रेशन – AC से हवा ड्राई रहती है, फिर भी पानी ज़रूरी
  3. त्वचा व बालों की सूखापन – खुश्क त्वचा, मलिन बाल
  4. सर्दी, खांसी, सांस संबंधी समस्याएं – वेंटिलेशन न होने पर संक्रमण का खतरा
  5. ऊर्जा खपत – बिजली का अधिक उपयोग, और आपके बिल का भारी गिलास

उपाय: AC का मध्य टेम्परेचर रखें; बीच में वाटर फाउंटेन, ढीला कपड़ा; निरंतर नहीं बल्कि इंटरवल में चलाएं

ये भी पढ़ें – Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana क्या है ?, कैसे मिलेगा लाभ ?

क्या करें: लू में खुद को सुरक्षित रखने के स्ट्रैटेजी

  • सुबह 7–9 बजे बाहर निकलें
  • दोपहर 1–4 बजे सूरज से बचें
  • ओएसआर, लस्सी, इमली पानी जैसे घरेलू पेय लें
  • वर्कप्लान में बदलाव: सुबह का वक़्त administrative task लगाएं
  • मेडिकल किट तैयार रखें: ओरल सेल्युलर सल्यूशन, पेन किलर, नीड़ॉनन मौट
  • एसी + पंखा को संतुलित रखकर प्रयोग करें

याद रहे कि लू न केवल गर्मी है—ये मानव की जीवित रहने की क्षमता पर आपदा है, जिसे हम सतर्क रहने व समझदारी से बर्दाश्त कर सकते हैं।

लू से सावधान रहें

गर्मी में सावधानी न केवल आपकी फिटनेस की रक्षा करती है बल्कि आपको जीवन‑उत्साह भी देती है। खुले आकाश के बीच सजग रहें, हल्का आहार लें, शरीर की रक्षा करें, और सही समय में राहत पाएँ। आपकी सुरक्षा ही प्राथमिकता होनी चाहिए—और ये छोटी‑छोटी सावधानियाँ बड़ी आपदा से बचा सकती हैं।

Share this post:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *