India Brahmos Missile : भारतीय सेना और वायुसेना के लिए BrahMos सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों की एक बड़ी खेप खरीदने का फैसला आज संभव है। गुरुवार, 20 मार्च को रक्षा मंत्री Rajnath Singh की अध्यक्षता में होने वाली Defence Acquisition Council (DAC) की बैठक में इस खरीद प्रस्ताव को रखा जाएगा।
ब्रह्मोस मिसाइल रेंज
इस अहम बैठक में Chief of Defence Staff General Anil Chauhan, तीनों सेनाओं के प्रमुख, सीनियर bureaucrats और scientists भी शामिल होंगे। Indian Army और Air Force के लिए ये डील लगभग 250 Supersonic Cruise Missiles के लिए होगी, जिसकी अनुमानित लागत करीब 20,000 करोड़ रुपये है। इन मिसाइलों में से कुछ ही 300 किलोमीटर की रेंज वाली Army को मिल सकती हैं।
जबकि बड़ा हिस्सा Air Force को मिलेगा। BrahMos Supersonic Cruise Missile को भारत और रूस ने करीब 30 साल पहले jointly develop किया था और ये दुनिया की सबसे तेज़ operational cruise missile मानी जाती है।
पनडुब्बी की मरम्मत पर फैसला संभव
इस समय Indian Navy और Air Force के पास पहले से ही BrahMos मिसाइलें उपलब्ध हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस missile procurement के अलावा, बैठक में एक पनडुब्बी की मरम्मत (submarine refit) का प्रस्ताव भी रखा जा सकता है।
हालांकि, इस तरह के refit का खर्च रक्षा मंत्रालय के revenue budget से आता है, लेकिन इसमें significant investment की आवश्यकता हो सकती है, इसलिए इसे DAC के सामने प्रस्तुत किया जाएगा। इस बैठक में कई अन्य major defence projects पर भी चर्चा होगी। जिसमें ship-launched torpedoes और aircraft-defence missiles का अधिग्रहण शामिल हो सकता है। इससे भारत की maritime security और aerial defence को और मजबूत किया जा सकेगा।
BrahMos: भारत की सबसे खास मिसाइल
BrahMos Supersonic Cruise Missile को आज दुनिया की सबसे तेज cruise missile माना जाता है। भारत और रूस ने मिलकर इसके Army, Navy और Air Force वर्जन तैयार किए हैं। इसकी high-speed, precision strike capability और versatility इसे खास बनाती है। यह missile इतनी एडवांस है कि चीन और पाकिस्तान के पास इसका कोई effective countermeasure नहीं है।
हाल के वर्षों में भारत ने इसका export भी शुरू किया है। Philippines को BrahMos missile systems की तीन बैटरियाँ बेची गई हैं और भविष्य में additional orders मिलने की संभावना है। दक्षिण-पूर्व एशिया में चीन के बढ़ते maritime aggression को देखते हुए फिलीपींस जैसे देश BrahMos में भारी interest दिखा रहे हैं।
इस missile की रेंज 290 किलोमीटर है और इसे mobile launcher, warships या fighter jets से launch किया जा सकता है। इससे भारत की strategic deterrence capability को और मजबूती मिलेगी। कुल मिलाकर, ये डील भारतीय रक्षा प्रणाली को एक नया edge देगी और देश की सुरक्षा को और मजबूत बनाएगी।