US में काश पटेल ने क्यों ली श्रीमद् भागवत गीता पर शपथ, वजह कर देगी हैरान

Kash Patel oath VK News
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भारतीय मूल के काश पटेल (Kash Patel) ने दुनिया की सबसे ताकतवर खुफिया एजेंसी मानी जाने वाली FBI (Federal Bureau of Investigation) के डायरेक्टर के रूप में शपथ ग्रहण कर लिया है। खास बात यह रही कि उन्होंने भारत के पवित्र ग्रंथ “भगवद गीता” पर हाथ रखकर अपनी शपथ ली।

काश पटेल ने अमेरिका की इस प्रतिष्ठित एजेंसी के 9वें निदेशक के रूप में शपथ लेते ही बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा, “मैं अमेरिकी सपने को जी रहा हूं। आप पहली पीढ़ी के एक भारतीय से बात कर रहे हैं, जो पृथ्वी पर सबसे महान राष्ट्र की कानून प्रवर्तन एजेंसी का नेतृत्व कर रहा है। ऐसा कहीं और संभव नहीं हो सकता…”

व्हाइट हाउस में शपथ ग्रहण समारोह

शुक्रवार (स्थानीय समयानुसार) को व्हाइट हाउस परिसर में स्थित आइजनहावर एग्जीक्यूटिव ऑफिस बिल्डिंग (EEOB) में एक खास समारोह आयोजित किया गया। अमेरिकी अटॉर्नी जनरल पाम बोंडी ने उन्हें शपथ दिलाई। समारोह के दौरान कई बड़े अधिकारी और गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।

शपथ ग्रहण के बाद पटेल ने FBI की जवाबदेही को लेकर भी अपनी प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने कहा, “मैं वादा करता हूं कि FBI के भीतर और उसके बाहर पूरी जवाबदेही होगी।”

ट्रंप ने की तारीफ, बताया अब तक का “बेस्ट FBI डायरेक्टर”

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने काश पटेल की जमकर तारीफ की और कहा कि वे अब तक के सबसे बेहतरीन FBI डायरेक्टर साबित होंगे।

ट्रंप ने कहा,
“काश पटेल के प्रति एजेंटों का सम्मान है, और यही कारण है कि मैंने उन्हें चुना। वे सख्त, मजबूत और निष्पक्ष हैं। उन्हें सीनेट से अप्रूवल मिलना बेहद आसान था। वे अपने विचारों को स्पष्ट रूप से रखते हैं, और उनकी ईमानदारी पर कोई संदेह नहीं कर सकता।”

डेमोक्रेट सांसदों ने किया था विरोध

हालांकि, डेमोक्रेट सांसदों ने काश पटेल की नियुक्ति का विरोध किया था। उनका मानना था कि पटेल ट्रंप के इशारों पर काम करेंगे और उनके राजनीतिक विरोधियों को निशाना बनाएंगे।

काश पटेल, FBI की पॉलिटिक्स में दखलंदाजी और प्रतिशोधी कार्रवाई के पुराने आलोचक रहे हैं। सीनेट में अपनी नियुक्ति के दौरान उन्होंने स्पष्ट किया कि FBI किसी भी राजनीतिक प्रभाव से मुक्त रहकर कार्य करेगी।

सीनेट से 51-49 वोटों से मिली मंजूरी

उनकी नियुक्ति को लेकर काफी विवाद रहा, लेकिन अंततः अमेरिकी सीनेट ने 51-49 के वोटों से उन्हें मंजूरी दे दी। यह जीत उनके लिए बड़ी मानी जा रही है क्योंकि डेमोक्रेट सांसदों ने उनके खिलाफ कड़ा रुख अपनाया था।

कौन हैं काश पटेल?

  • काश पटेल भारतीय मूल के पहले व्यक्ति हैं जो FBI के डायरेक्टर बने हैं।
  • वे पूर्व में ट्रंप प्रशासन में नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर रह चुके हैं।
  • खुफिया और सुरक्षा मामलों में उनकी गहरी विशेषज्ञता मानी जाती है।
  • वे FBI की नीतियों और पारदर्शिता को लेकर मुखर रहे हैं।

काश पटेल का FBI डायरेक्टर बनना भारतीय समुदाय के लिए एक गर्व का क्षण है। उनकी नियुक्ति ने यह साबित कर दिया है कि अमेरिका में टैलेंट और मेहनत की कद्र होती है। अब देखने वाली बात यह होगी कि वे FBI को कैसे लीड करते हैं और इसकी पारदर्शिता बनाए रखने के अपने वादे को कैसे पूरा करते हैं।