Maha Shivaratri Story: महाशिवरात्रि (Mahashivratri) हिन्दू धर्म के सबसे महत्वपूर्ण त्यौहारों में से एक है, जिसे भगवान शिव की आराधना के लिए मनाया जाता है। इस दिन श्रद्धालु उपवास (fasting), रात्रि जागरण (night vigil) और शिव मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना करते हैं।
माना जाता है कि इस दिन भगवान शिव और देवी पार्वती का विवाह (Shiva-Parvati Wedding) हुआ था। इसके अलावा, कुछ मान्यताओं के अनुसार, इस दिन भगवान शिव ने सृष्टि के कल्याण के लिए तांडव नृत्य (Tandava Dance) किया था।
महाशिवरात्रि 2025 कब है? (Mahashivratri 2025 Date & Timing)
इस साल महाशिवरात्रि 26 फरवरी 2025, बुधवार (Wednesday) को मनाई जाएगी।
शुभ मुहूर्त (Auspicious Timing):
- निशीथ काल पूजा (Nishita Kaal Puja Time): रात 12:09 AM से 12:58 AM (27 फरवरी)
- चार पहर की पूजा (Four Prahar Puja):
- पहला प्रहर: 06:22 PM – 09:28 PM
- दूसरा प्रहर: 09:28 PM – 12:34 AM (27 फरवरी)
- तीसरा प्रहर: 12:34 AM – 03:40 AM (27 फरवरी)
- चौथा प्रहर: 03:40 AM – 06:46 AM (27 फरवरी)
चतुर्दशी तिथि (Chaturdashi Tithi):
- शुरू: 26 फरवरी 2025 को सुबह 03:05 AM
- समाप्त: 27 फरवरी 2025 को सुबह 01:23 AM
महाशिवरात्रि का धार्मिक महत्व (Religious Significance of Mahashivratri)
- Shiva-Parvati Marriage: यह पर्व भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह का प्रतीक माना जाता है, इसलिए इसे शुभ विवाह मुहूर्त (Auspicious Wedding Time) भी कहा जाता है।
- Shiva’s Cosmic Dance: कुछ मान्यताओं के अनुसार, इस दिन शिवजी ने तांडव नृत्य किया था, जिससे ब्रह्मांड में ऊर्जा और संतुलन बना।
- Moksha & Spiritual Growth: इस दिन व्रत रखने और ॐ नमः शिवाय (Om Namah Shivaya) मंत्र जाप करने से मोक्ष (liberation) प्राप्त होती है।
- Importance of Rudra Abhishek: इस दिन शिवलिंग पर दूध, जल, बेलपत्र, भांग, धतूरा और शहद चढ़ाने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
कैसे मनाई जाती है महाशिवरात्रि? (How is Mahashivratri Celebrated?)
Fasting & Puja: भक्त निर्जला या फलाहारी व्रत (fasting) रखते हैं और दिनभर भगवान शिव की पूजा करते हैं।
Temple Visits: लोग काशी विश्वनाथ, महाकालेश्वर, सोमनाथ, अमरनाथ और बैद्यनाथ धाम जैसे प्रसिद्ध शिव मंदिरों में दर्शन के लिए जाते हैं।
Shiva Abhishek: शिवलिंग का गंगाजल, दूध, दही, शहद, घी और बेलपत्र से अभिषेक किया जाता है।
Night Jagran & Bhajans: रातभर शिव मंत्रों, कीर्तन और भजनों (bhajans) से वातावरण भक्तिमय रहता है।
महाशिवरात्रि 2025: शिव भक्तों के लिए खास क्यों है?
- अद्भुत संयोग (Rare Yogas): इस बार रवि योग और सिद्धि योग का महासंयोग बन रहा है, जो महाशिवरात्रि को और भी शुभ बनाता है।
- Shiva Temples में Grand Celebrations: इस साल काशी विश्वनाथ, महाकालेश्वर और रामेश्वरम में विशेष रुद्राभिषेक और भव्य आयोजन होंगे।
- Astrological Benefits: महाशिवरात्रि का व्रत रखने से शनि, राहु और केतु के दोष दूर होते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
महाशिवरात्रि केवल एक त्योहार नहीं, बल्कि आध्यात्मिक उन्नति (spiritual awakening) और भगवान शिव की कृपा प्राप्ति का अवसर है। इस दिन उपवास, रात्रि जागरण और ॐ नमः शिवाय मंत्र जाप करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा आती है। अगर आप इस दिन सच्चे मन से शिव जी की पूजा करते हैं, तो आपकी सभी इच्छाएं पूरी हो सकती हैं।