Mallikarjun Kharge on Harivansh: बजट सत्र के दूसरे चरण के दौरान राज्यसभा में मंगलवार (11 मार्च) को high-voltage drama देखने को मिला। कांग्रेस के senior leader मल्लिकार्जुन खरगे के एक बयान ने माहौल गर्मा दिया, जिस पर BJP ने कड़ी आपत्ति जताई और public apology की मांग की।
विवाद बढ़ता देख खरगे ने हाथ जोड़कर सफाई दी और कहा कि उनका इरादा आसन का अपमान करने का नहीं था, बल्कि सरकार की नीतियों पर strong opposition जताना था। लेकिन BJP ने इस पर जोरदार हमला किया।
क्या था पूरा मामला?
दरअसल, Rajya Sabha proceedings चल रही थीं और नेता प्रतिपक्ष खरगे कुछ कहना चाह रहे थे। लेकिन उपसभापति हरिवंश ने उन्हें रोकते हुए कांग्रेस सांसद Digvijay Singh को पहले बोलने को कहा। इस पर खरगे agitated हो गए और अपनी सीट से उठकर strong remarks देने लगे। उन्होंने कहा कि तानाशाही चलाई जा रही है और वो बोलने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
इस बीच, उनके एक बयान “ठीक से ठोकेंगे” पर बवाल मच गया। Deputy Chairman ने तुरंत आपत्ति जताई और कहा कि विपक्ष को सत्ता पक्ष से बहस करनी चाहिए, न कि आसन के खिलाफ ऐसा बयान देना चाहिए। जैसे ही BJP सांसदों ने इस पर uproar शुरू किया, खरगे ने तुरंत सफाई दी कि उनका इरादा सरकार की आलोचना करना था, न कि आसन का।
BJP का तीखा पलटवार
Union Minister JP Nadda ने खरगे के बयान को parliamentary decorum के खिलाफ बताया और कहा कि ये “सदन और आसन का अपमान” है। उन्होंने कहा,
“ये बहुत unfortunate है कि विपक्ष के नेता ने इस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया। वो एक senior leader हैं और लंबे समय से संसदीय राजनीति का हिस्सा रहे हैं। राज्य से लेकर national politics तक उन्होंने काम किया है, लेकिन इस तरह के unacceptable remarks शर्मनाक हैं।”
नड्डा ने आगे कहा कि खरगे को immediately apologize करना चाहिए और अपने शब्दों को official records से remove करवाना चाहिए।
खरगे ने मांगी माफी
विवाद बढ़ता देख Mallikarjun Kharge ने सदन में खड़े होकर सफाई दी। उन्होंने hands folded कहा,
“मेरा इरादा आसन का अपमान करने का नहीं था। मैं सरकार की नीतियों की बात कर रहा था, न कि किसी व्यक्ति विशेष की। अगर मेरे शब्दों से कोई ठेस पहुंची है, तो मैं खेद प्रकट करता हूं।”
इसके बावजूद, BJP MPs ने इस मुद्दे पर continued protests किए और official apology की मांग पर अड़े रहे।
इस political controversy ने एक बार फिर दिखाया कि संसद में heated debates और शब्दों के चयन को लेकर sharp reactions सामने आते हैं। हालांकि, खरगे ने माफी मांग ली, लेकिन BJP इस मामले को major issue बना सकती है। अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या यह विवाद यहीं खत्म होता है या आने वाले दिनों में political war of words और तेज़ होता है।