Pakistan Ranger : जयपुर | भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच एक बड़ा घटनाक्रम सामने आया है। सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने शनिवार को राजस्थान में भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा से एक Pakistan Ranger को हिरासत में ले लिया है। ये घटनाक्रम ऐसे समय पर हुआ है जब हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है। अधिकारिक सूत्रों के अनुसार, राजस्थान फ्रंटियर की BSF यूनिट ने एक Pakistan Ranger को उस वक्त हिरासत में लिया जब वो संदिग्ध परिस्थितियों में भारत की सीमा के भीतर आ गया।
BSF ने तत्काल कार्रवाई करते हुए उसे अपनी कस्टडी में ले लिया और उससे पूछताछ शुरू कर दी है। हालांकि अभी तक ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि वो Pakistan Ranger भारतीय सीमा में कैसे पहुंचा। क्या वो गलती से सीमा लांघ गया, या फिर इसके पीछे कोई खास रणनीति है — इस बारे में जांच की जा रही है। वहीं पंजाब पुलिस ने ISI के दो जासूसों को पकड़ा है। बताया जा रहा है कि, दोनो भारतीय सेना से जुड़ी जानकारी पाकिस्तान भेज रहे थे। दोनों से पंजाब पुलिस और जांच एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं।
पंजाब के DGP गौरव यादव ने ट्वीट किया, “कल अमृतसर ग्रामीण पुलिस ने दो लोगों पलक शेर मसीह और सूरज मसीह को अमृतसर में सेना छावनी क्षेत्रों और वायु सेना के ठिकानों की संवेदनशील जानकारी और तस्वीरें लीक करने में उनकी कथित भूमिका के लिए गिरफ्तार किया। प्रारंभिक जांच से पता चला है कि… pic.twitter.com/4BBOI7kpte
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 4, 2025
Pakistan Ranger का क्या होगा?
ये मामला ऐसे समय में सामने आया है जब भारत-पाकिस्तान के रिश्ते पहले से ही नाजुक स्थिति में हैं। करीब दो हफ्ते पहले जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए एक आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें से अधिकांश पर्यटक थे। इस हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान पर आतंकियों को शरण देने का आरोप लगाया था, जिससे दोनों देशों के बीच कूटनीतिक रिश्तों में और खटास आ गई। इसलिए अभी तक Pakistan Ranger का क्या होगा ये साफ नहीं हुआ है।
पाकिस्तान ने BSF जवान को नहीं लौटाया
इस तनावपूर्ण माहौल में भारत के एक जवान — कांस्टेबल पूर्णम कुमार शॉ — को 23 अप्रैल को पाकिस्तान रेंजर्स ने उस वक्त हिरासत में ले लिया जब वो अनजाने में पंजाब के फिरोजपुर जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर गया था। BSF अधिकारियों के अनुसार, जवान किसान गार्ड ड्यूटी पर था और पास के एक पेड़ के नीचे आराम करने गया था, लेकिन उसने सीमा का गलत अनुमान लगाया और पाकिस्तान की तरफ चला गया। वहां से पाकिस्तानी रेंजर्स ने उसे पकड़ लिया।
फ्लैग मीटिंग का भी नहीं हुआ असर
इस घटना के बाद भारत की ओर से Pakistan Ranger को कड़ा विरोध पत्र भेजा गया, जिसमें जवान की तुरंत रिहाई की मांग की गई। अब तक दोनों पक्षों के बीच करीब 4 से 5 फ्लैग मीटिंग हो चुकी हैं, लेकिन किसी भी तरह का ठोस नतीजा सामने नहीं आया है। BSF ने रेंजर्स के सेक्टर कमांडर को विरोध पत्र सौंपा है, लेकिन पाकिस्तानी पक्ष की ओर से Pakistan Ranger को लेकर न तो कोई प्रतिक्रिया आई है और न ही जवान की स्थिति के बारे में कोई जानकारी दी गई है।
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सोशल मीडिया पर वायरल हुईं जवान की तस्वीरें
इस बीच पाकिस्तान के कुछ सोशल मीडिया हैंडल्स पर पूर्णम कुमार शॉ की तस्वीरें जारी की गई थीं। इन तस्वीरों में वह आंखों पर पट्टी बांधे हुए एक गाड़ी पर बैठे दिखाई दे रहे हैं। उनके पास उनकी राइफल, गोलियों से भरी मैगजीन, बेल्ट और अन्य सामान भी रखा हुआ है। इससे पहले भी जब ऐसे मामले हुए हैं, तो दोनों देशों ने जल्दबाज़ी में समाधान निकाल लिया था, लेकिन इस बार आतंकी हमले की पृष्ठभूमि में पाकिस्तान इस मसले पर चुप्पी साधे हुए है।
परिवार को मिला आश्वासन
पूर्णम कुमार शॉ की गर्भवती पत्नी और बेटा हाल ही में पंजाब पहुंचे और उन्होंने अपनी यूनिट के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की। अधिकारियों ने उन्हें आश्वासन दिया कि जवान को जल्द ही वापस लाया जाएगा। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “हम हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। हालांकि पहलगाम हमले के कारण उत्पन्न तनाव के चलते पाकिस्तान की सेना इस मुद्दे को राजनीतिक रूप से देख रही है।”
Pakistan Ranger को हिरासत में लेने के नियम
1. अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन अनिवार्य
अगर कोई सैनिक गलती से या जानबूझकर दूसरे देश की सीमा में प्रवेश करता है, तो उसे Geneva Convention के तहत मानवीय व्यवहार के साथ हिरासत में लिया जाना चाहिए।
2. जांच के बाद वापसी की प्रक्रिया
सैनिक की पहचान, उसका उद्देश्य और सीमा पार करने की स्थिति की जांच करने के बाद आमतौर पर कूटनीतिक बातचीत और फ्लैग मीटिंग के ज़रिए सैनिक को वापस भेज दिया जाता है, यदि यह स्पष्ट हो जाए कि वह अनजाने में सीमा पार कर गया था।
3. कैदी बनाए रखना युद्ध का संकेत
यदि सैनिक को लंबे समय तक हिरासत में रखा जाता है और उसकी रिहाई से इनकार किया जाता है, तो इसे आक्रामक कदम माना जा सकता है, जो दो देशों के बीच युद्ध जैसी स्थिति को जन्म दे सकता है।
दूसरे देश के सैनिक पर क्या कार्रवाई हो सकती है?
- अगर संदेहास्पद परिस्थितियों में प्रवेश हो: तब उससे पूछताछ कर यह जानने की कोशिश की जाती है कि क्या वह जासूसी, घुसपैठ या अन्य सैन्य उद्देश्य से आया था। अगर कोई सबूत मिले तो उसके खिलाफ मामला दर्ज किया जा सकता है।
- अनजाने में सीमा पार करने पर: यदि जांच से यह साबित हो जाए कि सैनिक अनजाने में सीमा पार कर गया, तो उसे कूटनीतिक स्तर पर वापस लौटाया जाता है।
- जासूसी साबित होने पर: यदि यह साबित हो जाए कि सैनिक जासूसी या आतंकी गतिविधियों से जुड़ा है, तो उसे मुकदमे का सामना करना पड़ सकता है। भारत में ऐसे मामलों में आर्मी एक्ट और Official Secrets Act के तहत कार्यवाही की जाती है।
भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव कोई नई बात नहीं है, लेकिन वर्तमान घटनाक्रम से ये स्पष्ट है कि हालात बेहद संवेदनशील हो चुके हैं। एक तरफ बीएसएफ ने पाकिस्तानी रेंजर को हिरासत में लिया है, वहीं दूसरी ओर भारत का एक जवान अब भी पाकिस्तान में बंदी बना हुआ है।
इन घटनाओं को संवेदनशीलता और अंतरराष्ट्रीय नियमों के तहत सुलझाना ही दोनों देशों के हित में होगा, वरना ये तनाव किसी बड़े टकराव का कारण बन सकता है।