नई दिल्ली, 30 अप्रैल 2025 – पाकिस्तान के खिलाफ PM Modi ने बड़ी कार्रवाई करने के संकेत दिए हैं। पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने मंगलवार (29 अप्रैल) को एक उच्च-स्तरीय सुरक्षा बैठक की अध्यक्षता की। इस हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की मौत हो गई थी और कईं घायल हुए थे। प्रधानमंत्री आवास पर हुई इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान (General Anil Chauhan) और तीनों सेनाओं के प्रमुख शामिल हुए।
इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़ा आदेश दिया है। आदेश के मुताबिक PM ने तीनों सेनाओं के प्रमुखों को साफ संदेश दिया है। PM Modi ने कहा है कि हम सेना को खुली छूट देते हैं, कार्रवाई का टाइम और टारगेट तय करें। पीएम मोदी का यही संदेश आज पाकिस्तान को सोने नहीं देगा।
PM Modi ने दोहराया संकल्प
90 मिनट तक चली इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति को दोहराते हुए सशस्त्र बलों को “पूरी परिचालन स्वतंत्रता” देने की बात कही। यानी सेना को आतंकवाद और आतंकवाद और उसे पालने वालों के खिलाफ खुलकर कार्रवाई करने का आदेश दिया है।
#Watch | Prime Minister @narendramodi chairs a meeting with RM @rajnathsingh, NSA Ajit Doval, CDS General Anil Chauhan and chiefs of all the Armed Forces. pic.twitter.com/p6IQKRgfBg
— DD News (@DDNewslive) April 29, 2025
PM Modi का आदेश
– आतंकवाद के खिलाफ सख्त जवाब: PM Modi ने कहा कि भारत का जवाब “तेज, निर्णायक और बिना रुके” होगा।
– सेना को पूरी छूट: सेना को आतंकी ठिकानों पर हमले का समय, लक्ष्य और तरीका तय करने की पूरी आजादी दी गई।
– सुरक्षा व्यवस्था और मजबूत: जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बढ़ाने, आतंकवादियों के खिलाफ ऑपरेशन तेज करने और भविष्य में हमले रोकने पर चर्चा हुई।
बैठक में कौन-कौन शामिल हुआ?
इस महत्वपूर्ण बैठक में शामिल हुए:
– रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
– राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल
– सीडीएस जनरल अनिल चौहान
– थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी
– नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी
– वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह
पहलगाम हमला: क्या हुआ था?
22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए इस आतंकी हमले को पिछले कई सालों में सबसे घातक हमला माना जा रहा है। आतंकियों ने निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाया, जिसमें 27 लोगों की मौत हो गई और कईं घायल हुए। सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि इस हमले के पीछे पाकिस्तान-आधारित आतंकी संगठनों का हाथ है।
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भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ क्या कार्रवाई की?
इस हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कई सख्त कदम उठाए हैं:
1. सिंधु जल समझौता (IWT) निलंबित
– प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) ने 1960 के सिंधु जल समझौते को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
– ये पहली बार है जब भारत ने इतना बड़ा कदम उठाया है, यहां तक कि पिछले युद्धों के दौरान भी नहीं।
– ये निलंबन तब तक रहेगा जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को समर्थन देना बंद नहीं करता।
2. जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बढ़ाई
– सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है और आतंकियों की तलाश जारी है।
– ड्रोन निगरानी और इंटेलिजेंस-आधारित ऑपरेशन तेज किए गए हैं।
3. पाकिस्तान पर राजनयिक और आर्थिक दबाव
– भारत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान को अलग-थलग करने की कोशिश कर रहा है।
– व्यापार प्रतिबंधों और आर्थिक प्रतिबंधों को और सख्त किया जा रहा है।
अगले कदम क्या होंगे?
– CCS की एक और बैठक होगी, जिसमें रणनीतिक और राजनयिक जवाबी कार्रवाई पर फैसला लिया जाएगा।
– LoC पर आतंकी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।
– सरकार आतंकवाद-रोधी नीतियों को और मजबूत करने वाले कदमों की घोषणा कर सकती है।
पहलगाम हमले ने भारत के “आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस” के संकल्प को और मजबूत किया है। प्रधानमंत्री मोदी के “राष्ट्रीय सुरक्षा पर कोई समझौता नहीं” के स्पष्ट संदेश के बाद सेना मजबूत जवाबी कार्रवाई के लिए तैयार है। सिंधु जल समझौते का निलंबन भारत की पाकिस्तान के खिलाफ सबसे सख्त कार्रवाई है।