Trade wars in history: Trade War एक ऐसी स्थिति होती है जब दो या अधिक देश एक-दूसरे के खिलाफ Import Tariffs (आयात शुल्क) बढ़ाते हैं या Trade Barriers (व्यापारिक अवरोध) लगाते हैं। ये आमतौर पर तब शुरू होती है जब किसी देश को लगता है कि दूसरे देश की नीतियां उसके व्यापारिक हितों को नुकसान पहुंचा रही हैं।
Trade War से क्या नुकसान होते हैं?
- Economic Slowdown – व्यापार युद्ध से देशों की अर्थव्यवस्था प्रभावित होती है, जिससे GDP Growth धीमी हो सकती है।
- महंगाई बढ़ती है – Import Tariffs बढ़ने से Imported Products महंगे हो जाते हैं, जिससे Inflation बढ़ती है।
- Businesses को नुकसान – कंपनियों को Export पर प्रतिबंध या ऊंचे टैरिफ का सामना करना पड़ता है, जिससे उनकी लागत बढ़ जाती है।
- Job Losses – व्यापार बाधित होने से कई Industries में नौकरियों की कमी आ सकती है।
- Stock Market Impact – Trade War से Global Markets में अस्थिरता बढ़ती है, जिससे निवेशकों को नुकसान हो सकता है।
Trade War का इतिहास
- 1930 – The Great Depression और Smoot-Hawley Tariff Act
अमेरिका ने आयात शुल्क बढ़ा दिया था, जिससे वैश्विक व्यापार में गिरावट आई और अर्थव्यवस्था संकट में आ गई। - US-China Trade War (2018)
डोनाल्ड ट्रंप ने China से आयातित वस्तुओं पर भारी शुल्क लगाया, जिसके जवाब में चीन ने भी अमेरिकी सामानों पर Retaliatory Tariffs लगाए। - US-Canada Trade Tensions (2024)
डोनाल्ड ट्रंप के Canada और Mexico पर 25% Tariff लगाने के फैसले के बाद Canada ने भी अमेरिकी सामानों पर शुल्क बढ़ाने की धमकी दी।
Trade War का Global Economy पर गहरा असर पड़ता है। ये न केवल व्यापारियों और कंपनियों के लिए चुनौतीपूर्ण होता है, बल्कि आम लोगों की Cost of Living भी बढ़ा देता है। इसलिए देशों को Diplomatic Solutions ढूंढने चाहिए ताकि Fair Trade Policies को बढ़ावा दिया जा सके।