USAID Use Against PM Modi: भारत में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए अमेरिकी एजेंसी USAID द्वारा 21 मिलियन डॉलर (करीब 182 करोड़ रुपये) खर्च करने का मामला इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। इस पर अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फिर से सवाल उठाया है और भारतीय चुनावों में अमेरिका के संभावित हस्तक्षेप का संकेत दिया है।
ट्रंप ने बुधवार को कहा कि भारत में voter turnout बढ़ाने के लिए अमेरिका को इतने बड़े पैमाने पर धन खर्च करने की क्या जरूरत थी। उन्होंने अनुमान जताया कि ये किसी specific candidate को जिताने की कोशिश हो सकती है।
ट्रंप का ये बयान तब आया है जब एलन मस्क के नेतृत्व वाले सरकारी दक्षता विभाग (DOGE) ने 16 फरवरी को ये खुलासा किया कि USAID ने ‘भारत में मतदाता टर्नआउट’ बढ़ाने के नाम पर 21 मिलियन डॉलर आवंटित किए थे। इस खुलासे ने भारत की राजनीति में एक उथल-पुथल मचा दी है।
ये खुलासा तब हुआ जब भारत में 2024 के आम चुनावों की तैयारी जोरों पर थी और अधिकांश exit polls बीजेपी को जीतते हुए दिखा रहे थे। हालांकि, 4 जून को आए results में कुछ अप्रत्याशित परिणाम सामने आए थे, जहां मोदी सरकार को अपने NDA सहयोगियों की मदद लेनी पड़ी थी।
#WATCH | Miami, Florida | Addressing the FII PRIORITY Summit, US President Donald Trump says, "… Why do we need to spend $21 million on voter turnout in India? I guess they were trying to get somebody else elected. We have got to tell the Indian Government… This is a total… pic.twitter.com/oxmk6268oW
— ANI (@ANI) February 20, 2025
ट्रंप ने FII प्रायोरिटी समिट में कहा, “हमें भारत में मतदान बढ़ाने के लिए 21 मिलियन डॉलर खर्च करने की जरूरत क्यों पड़ी? मुझे लगता है कि किसी और को जिताने की कोशिश की जा रही थी। हमें भारतीय सरकार को इस पर clear रूप से बताना होगा।
जब हम सुनते हैं कि रूस ने हमारे देश में सिर्फ 2 डॉलर खर्च किए हैं, तो ये हमारे लिए बड़ा मुद्दा बन जाता है।” उनके इस बयान पर कई लोग हैरान थे और इसे लेकर सोशल मीडिया पर मजेदार reactions दी जा रही हैं।
इससे पहले भी, ट्रंप ने USAID द्वारा 21 मिलियन डॉलर खर्च करने पर सवाल उठाया था और भारत के high tariffs पर भी निशाना साधा था। उन्होंने मंगलवार को कहा, “हम भारत को 21 मिलियन डॉलर क्यों दे रहे हैं? उनके पास काफी पैसा है, और वे दुनिया के सबसे ज्यादा टैरिफ लगाने वाले देशों में से एक हैं। वहां तक पहुंच पाना बहुत मुश्किल होता है क्योंकि उनके टैरिफ बेहद high हैं। मुझे भारत और उसके Prime Minister का बहुत सम्मान है।”
ये मामला और भी दिलचस्प हो गया जब DOGE ने ये भी घोषणा की कि वो Biden administration के दौरान अमेरिकी humanitarian funding में अनियमितताओं की जांच कर रहा है। DOGE ने कहा कि उसने विभिन्न international projects के लिए आवंटित फंड को रद्द कर दिया है, जिसमें भारत में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए खर्च होने वाली रकम भी शामिल है।
PM नरेंद्र मोदी के सलाहकार संजीव सान्याल ने USAID के इस खुलासे पर प्रतिक्रिया देते हुए इसे “human history का सबसे बड़ा scam” बताया। इस मामले पर अभी भी देश और दुनिया भर में debate चल रही है, और आगे आने वाले दिनों में इसके political और diplomatic impacts पर और अधिक discussions होने की संभावना है।