उत्तरकाशी की निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालने की कोशिश लगातार जारी है, वहीं मलबे के बीच से पाइप को डालने का काम अब कुछ ही देर में शुरू होने की उम्मीद है. क्योंकि जिस प्लेटफॉर्म पर ड्रिलिंग मशीन टिकी हुई है उसमें आई दरारों को ठीक कर लिया गया है.nएक अधिकारी ने बताया कि, गुरुवार (23 नवंबर) देर रात सुरंग के मलबे के बीच से पाइप डालने के काम को रोकना पड़ा क्योंकि जिस प्लेटफॉर्म पर ड्रिलिंग मशीन टिकी हुई है उसमें दरारें दिखाई दीं. इसके बाद ड्रिलिंग रोक दी गई थी. जिसके बाद ड्रिलिंग का काम शुरू नहीं हो सका था. प्रधानमंत्री कार्यालय के पूर्व सलाहकार भास्कर खुलबे ने सिलक्यारा में पत्रकारों से कहा कि मशीन के प्लेटफार्म को ठीक कर लिया गया है, साथ ही उसे मजबूत भी किया गया है.nn#WATCH | | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue: NDRF demonstrates the movement of wheeled stretchers through the pipeline, for the rescue of 41 workers trapped inside the Silkyara Tunnel once the horizontal pipe reaches the other side. pic.twitter.com/mQcvtmYjnkn— ANI (@ANI) November 24, 2023nnnnपाइप डालने का काम फिर होगा शुरूn‘ऑगर’ मशीन के जरिए मलबे के बीच से पाइप डालने का काम शुरू होने की उम्मीद है. भास्कर खुलबे कहा, ‘हमें अभी 12-14 मीटर और जाना है. मुझे उम्मीद है कि यदि सब कुछ ठीक रहा तो शुक्रवार शाम तक अभियान खत्म भी हो सकता है.’ nदरारें दिखने के बाद रोका गया था कामnउत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग में 11 दिनों से फंसे 41 श्रमिकों को बचाने के कार्य में फिर से अवरोध पैदा हुआ क्योंकि जिस प्लेटफॉर्म पर ड्रिलिंग मशीन टिकी हुई है, उसमें दरारें दिखने के बाद ड्रिलिंग रोक दी गई.