Waqf Board Bill Amendment: मोदी सरकार ने Budget सत्र के आखिरी दिन Waqf संशोधन Bill को संसद में पेश कर दिया। बिल पेश करते ही संसद भवन में जोरदार हंगामा हुआ। संसद भवन के बाहर भी विपक्षी दलों ने जोरदार प्रहार किया।
जब से Waqf Board Bill चर्चा में आया है। तभी से विपक्ष सरकार को निशाना बना रहा है। JPC में लंबी चर्चा के बाद संसद में पेश किया गया। बिल को पेश करते ही विपक्ष ने हमले तेज कर दिए हैं। इस बीच विपक्ष ने वक्फ बोर्ड बिल को मुसलमानों के खिलाफ बता दिया है।
विपक्ष ने उठाए सवाल
AIMIM प्रमुख और Hyderabad से सांसद Asaduddin Owaisi के साथ-साथ SP सांसद हकरा हसन ने भी Bill के खिलाफ अपना विरोध जताया। Parliament के बाहर मीडिया से बात करते हुए Owaisi ने कहा,
“ये Bill न सिर्फ असंवैधानिक है, बल्कि संविधान के Article 14, 15 और 29 का भी उल्लंघन करता है। इसे Waqf संपत्तियों को बचाने के लिए नहीं, बल्कि उन्हें कमजोर करने और मुस्लिम Community से छीनने के लिए लाया गया है।”
#WATCH दिल्ली: AIMIM प्रमुख और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, "वक्फ संशोधन बिल असंवैधानिक है। ये वक्फ को बचाने के लिए नहीं बल्कि मुस्लिमों से वक्फ को छीनने के लिए ये विधेयक लाया जा रहा है, वक्फ को बर्बाद करने के लिए लाया जा रहा है। हम इसकी आलोचना करते हैं।" pic.twitter.com/PL1MMCNW3X
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 13, 2025
Bill में संशोधन पर भी विवाद
Owaisi ने सवाल उठाया कि Waqf Properties में Non-Muslim Members को कैसे शामिल किया जा सकता है? उन्होंने कहा कि Collector ये कैसे तय करेगा कि कोई संपत्ति Waqf है या नहीं? उन्होंने आरोप लगाया कि NDA सरकार Muslims को उनके धार्मिक स्थलों से दूर करने की साजिश कर रही है।
उन्होंने आगे कहा कि Speaker ने भरोसा दिलाया है कि 70% सांसदों की असहमति रिपोर्ट के संशोधित वर्जन को Bill में शामिल किया जाएगा। हालांकि, विपक्षी दलों का कहना है कि यह Bill मुसलमानों के धार्मिक अधिकारों पर हमला है, इसलिए वे इसका विरोध जारी रखेंगे।
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