हमास आतंकियों के खिलाफ इजरायल की स्ट्राइक जारी है. पिछले 24 घंटे में इजरायल ने हमास आतंकियों के 200 से ज्यादा ठिकाने तबाह कर दिए हैं. वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी ऐलान किया है कि वो कल यानी 18 अक्टूबर को इजरायल के दौरे पर जाने वाले हैं. इसके अलावा अमेरिका अपने 2000 जवानों की एक फौज भी तैयार कर रहा है, जिसे इजरायल-हमास युद्ध में उतारने की प्लानिंग है. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या दुनिया तीसरे विश्व युद्ध की ओर बढ़ रही है? आइए जानते हैं कि रिपोर्ट्स में क्या दावे किए जा रहे हैं.
nअमेरिकी रक्षा अधिकारियों का कहना है कि पेंटागन ने लगभग 2,000 अमेरिकी सैनिकों को चिकित्सा और सैन्य सहायता के लिए इजरायल में संभावित तैनाती के लिए तैयार रहने का आदेश दिया है. इसके अलावा एक अमेरिकी मरीन रैपिड रिस्पांस फोर्स भी इजरायली बंदरगाह की ओर बढ़ रही है. अमेरिका ने 2 युद्धपोत और उसके सपोर्टिंग जहाजों की भी तैनाती पूर्वी भूमध्यसागर में कर दी है.
nआपको बता दें कि, इस वक्त दुनिया दो युद्धों से गुजर रही है. पहला रूस-यूक्रेन युद्ध और अब इजरायल-हमास युद्ध के बाद ग्लोबल मंच पर वर्ल्ड वॉर की संभावना को लेकर भी चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है. इसके साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन के इजरायल दौरे और पुतिन के चीन दौरे को लेकर भी पश्चिम एशिया में हलचल तेज हो गई है. इसी बीच अमेरिकी अरबपति और हेज फंड विजर्ड रे डेलियो ने एक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें बताया गया है कि इजरायल-हमास के युद्ध के बाद वर्ल्ड वॉर की संभावना 50 प्रतिशत तक पहुंच गई है, जो दो साल पहले 35 प्रतिशत थी.
nसंभावित वर्ल्ड वॉर को लेकर क्या कहती है रिपोर्ट
nडेलियो ने अपनी रिपोर्ट में कहा- ‘रूस-यूक्रेन युद्ध और इजरायल-हमास युद्ध केवल दो-दो देशों का युद्ध नहीं है. ये दोनों युद्ध दुनिया के नए वर्ल्ड ऑर्डर का निर्माण करने वाले दो बड़े कारक सिद्ध हो सकते हैं.’ आपको बता दें कि हमास आतंकियों के खिलाफ अमेरिका खुलकर अपना समर्थन इजरायल को दे रहा है. इसके अलावा कनाडा और कई अन्य पश्चिमी देश में इजरायल को सपोर्ट कर रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ ईरान, सीरिया और लेबनान जैसे कई इस्लामिक देश हमास आतंकियों को समर्थन देते हुए नजर आ रहे हैं. इसी बीच अमेरिका के कट्टर दुश्मन रूस और चीन ने भी फैसला किया है कि वो अपने 7 साल पुराने विरोध को भुलाकर एक मंच पर एक-दूसरे का सहयोग करेंगे.डेलियो का मानना है कि दुनिया की बड़ी महाशक्तियां दो हिस्सों में बंट चुकी है, जिसमें एक तरफ अमेरिका और उसके सहयोगी हैं तो वहीं दूसरी तरफ चीन और उसके सहयोगियों का जमावड़ा है. ऐसे में तीसरे विश्व युद्ध की संभावना काफी हद तक बढ़ जाती है.
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