19 अप्रैल से 01 जून के बीच कुल 7 चरणों में देश की 543 सीटों पर मतदान होने है, जिसके परिणाम 4 जून को सामने आएंगे. लोकसभा चुनाव 2024 में पहले और दूसरे फेज की वोटिंग पूरी हो चुकी है, जिसके बाद अब तीसरे फेज की वोटिंग 07 मई को होनी है. nलेकिन इसी बीच मध्यप्रदेश की कांग्रेस पार्टी को अपने ही नेता की वजह से बहुत बड़ा झटका लगा है. MP की सीट से नमांकन वापस लेने के आखिरी दिन सूरत जैसा खेला हो गया है. कांग्रेस के इस नेता ने ऐसे समय में खेला किया है कि अब कांग्रेस के पास शायद ही कोई विकल्प बचा है. nगुजरात के सूरत लोकसभा सीट nअभी हाल ही में गुजरात के सूरत लोकसभा सीट की काफी चर्चा हो रही थी, क्योंकि सूरत में BJP प्रत्याशी की निर्विरोध जीत हुई है. उनके खिलाफ कांग्रेस उम्मीदवार का पर्चा रद्द होने की वजह से बाकी बचे निर्दलीय उम्मीदवारों ने अपने नाम वापस ले लिया, जिसके बाद यहां से BJP प्रत्याशी मुकेश दलाल को निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया गया था. nnइंदौर से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी श्री अक्षय कांति बम जी का माननीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी, राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री @JPNadda जी, मुख्यमंत्री @DrMohanYadav51 जी व प्रदेश अध्यक्ष श्री @vdsharmabjp जी के नेतृत्व में भाजपा में स्वागत है। pic.twitter.com/1isbdLXphbn— Kailash Vijayvargiya (Modi Ka Parivar) (@KailashOnline) April 29, 2024nnnnकांग्रेस प्रत्याशी ने वापस लिया अपना नामांकन nऔर अब वहीं सूरत लोकसभा सीट जैसा हाल मध्यप्रदेश में भी देखने को मिल रहा है. मध्यप्रदेश के इंदौर से कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और BJP विधायक रमेश मेंदोला के साथ कलेक्टर जाकर नामांकन वापस ले लिया. nट्वीट कर शेयर की सेल्फी nनामांकन वापस लेने के बाद अक्षय सीधे BJP कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने कांग्रेस छोड़ BJP का दामन थाम लिया है. इस बात की जानकारी BJP के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने अक्षय कांती बम के साथ एक सेल्फी ट्वीट करते हुए लिखा कि इंदौर से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी श्री अक्षय कांति बम जी का माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोजी जी, राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जेपी नड्डा जी, मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव जी व प्रदेश अध्यक्ष श्री वीडी शर्मा जी के नेतृत्व में BJP में स्वागत है. nकांग्रेस प्रत्याशी ने क्यों छोड़ी पार्टी nबता दे कि अक्षय कांति बम का नाम एक जमीनी विवाद से जुड़ा हुआ है. अक्षय के नामांकन के बाद से पुलिस ने इस केस में गवाहों के बयान दर्ज करवाए, जिससे अक्षय पर दबाव बढ़ गया. इस मामले में पुलिस ने 307 जैसी धारा भी लगा सकती है, जो हाफ मर्डर की धारा है. उनके कॉलेज से जुड़ा एक मामले में भी उन पर सवाल उठ रहे हैं कि उन्होंने नियमों को ताक पर रखकर शिक्षा विभाग से इसकी मान्यता ली. अब शिक्षा विभाग ने कॉलेज की मान्यता संबंधी अनियमिताओं कीजांच के लिए कमेटी बनाई थी. कमेटी की सिफारिशों केआधार पर विभाग उनकी मान्यता भी रह्द कर सकता है.